एक वेबसाइट में छपी खबर के मुताबिक इसे देश के 12 संस्थानों में ट्रायल किया जाएगा. इन संस्थानों में पटना एम्स भी शामिल है. विशेषज्ञों की मानें तो पहले चरण में इसे कम लोगों पर ट्रायल करके देखा जायेगा. सफलता मिलने के बाद ही दूसरे और तीसरे चरण में ट्रायल किया जायेगा.
कैसे किया जायेगा ट्रायल
आज से शुरू होने वाले ह्यूमन ट्रायल का यह पहला चरण है. पहले चरण में कुल 125 लोगों पर कोवैक्सीन के दो डोज दिए जाएंगे. पहली डोज आज देने के बाद के 14 दिन बाद अर्थात 21 जुलाई को दूसरी डोज दी जाएगी. अगर सबकुछ सही रहा तो तीनों चरण मिलाकर कुल 375 लोगों पर इस वैक्सीन को जांचा जाएगा. कोरोना के वैक्सीन से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
पहले ट्रायल में लगेंगे 28 दिन
अगर कोवैक्सीन की पहली डोज आज दी जायेगी तो इसके बाद दूसरा डोज 14 दिन बाद दिया जाएगा. ऐसे में 03 अगस्त तक इस वैक्सीन के पहले फेज के सफलता का पता चल जाएगा.
पहले भी दूसरी बीमारियों का वैक्सीन भी बना चुकी है भारत बॉयोटेक
इससे पहले भी भारत बॉयोटेक कंपनी (Bharat Biotech Company) ने अन्य बीमारियों का वैक्सीन भी बनाया है. जिसे दूसरे देशों में सप्लाई भी किया जाता है. कंपनी ने पोलियो (Polio), रेबीज (Rabbies), रोटावायरसऔर जिका वायरस चिकनगुनिया, जापानी इनसेफ्लाइटिस समेत अन्य बीमारियों का वैक्सीन भी तैयार किया है.
भारत की अन्य कंपनियों ने तैयार की वैक्सीन
आपको बता दें कि भारत बायोटेक के अलावा देश में कई और कंपनियां ने कोरोना वायरस के वैक्सीन निर्माण का कार्य कर रही है. इन भारतीय फर्मों में ज़ेडियस कैडिला (Zydus Cadila), पैंसिया बायोटेक (Panacea Biotech) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) भी शामिल है. हालांकि, पैंसिया अभी भी शुरूआती चरण में कार्य कर रही है. ज़ेडियस और सीरम कंपनी ने भी मानव परीक्षणों के लिए केंद्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइज़ेशन (Central Drugs Standard Control Organization) को आवेदन किया है.
Posted By: Sumit Kumar Verma
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