इन कारणों से होती हैं आंखें संक्रमित
आंखों के संक्रमित होने के अनेक कारण हैं, जिनमें शामिल हैं सूक्ष्मजीव यानी माइक्रोऑर्गानिज्म, पर्यावरणीय कारक और साफ-सफाई न बरतना. इसके कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:
बैक्टीरियल इंफेक्शन: इस तरह के इंफेक्शन के लिए स्टैफिलोकोकस या स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया जिम्मेदार होते हैं. जब हम गंदे आंखों से अपने आंखों को छूते हैं, या इंफेक्टेड मेकअप प्रोडक्ट यूज करते हैं, या फिर गंदे कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं, तब इनमें मौजद बैक्टीरिया हमारी आंखों को संक्रमित कर देते हैं.
वायरल इंफेक्शन: वायरल इंफेक्शन अत्यधिक संक्रामक होते हैं और ये संक्रमित के सीधे संपर्क में आने से फैलते हैं. कंजक्टिवाइटिस यानी पिंक आई, जिसे आम भाषा में आंखों का आना भी कहते हैं, आंखों का ऐसा ही संक्रमण है. कंजक्टिवाइटिस के अधिकांश मामलों के लिए एडिनोवायरस नामक वायरस जिम्मेदार होता है.
फंगल इंफेक्शन: आंखों का फंगस द्वारा संक्रमित हो जाना दुर्लभ बात होती है. इंफेक्टेड कॉन्टैक्स लेंस का उपयोग करने, पौधों या उससे संबंधित किसी सामग्री से किसी तरह की चोट लग जाने या फिर नम वातावरण के संपर्क आने से हमारी आंखों को फंगल इंफेक्शन हो सकता है.
एलर्जी: पराग, धूल, फफूंद और पालतू पशुओं के त्वचा के छोटे-छोटे कण जैसे एलर्जी कारक (एलर्जंस) भी हमारी आंखों को संक्रमित कर सकते हैं.
साफ-सफाई की कमी: गंदे हाथों से आंखों को छूने, एक ही तौलिया कई लोगों द्वारा साझा करने, या एक्सपायर हो चुके आई प्रोडक्ट का उपयोग करने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. जो लोग कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं, वे यदि लेंस की स्वच्छता का ध्यान नहीं रखेंगे, तो उनकी आंखें संक्रमित हो सकती हैं.
रोकथाम के उपाय
हाथ को बार-बार धोने की जरूरत: हाथों को धोये बिना अपनी आंखों को छूने से बचें. इसके लिए आपको बार-बार हाथों को धोने की आदत डालनी होगी.
आंखों का मेकअप साझा करने से बचें: किसी और का मेकअप या एक्सपायर हो चुके मेकअप प्राेडक्ट का इस्तेमाल करने से आप बैक्टीरियल इंफेक्शन का शिकार हो सकते हैं.
कॉन्टैक्ट लेंस की स्वच्छता: कॉन्टैक्ट लेंस की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें और उन्हें पूरी रात पहनने से बचें.
पर्यावरणीय खतरों से आंखों को बचायें: वायु प्रदूषण, धूल, पराग, धुआं, अल्ट्रा वायलेट रेज, तेज धूप व नमी जैसे पर्यावरणीय खतरों से आंखों को बचाने की जरूरत है, अन्यथा वे संक्रमित हो सकती हैं. जरूरत पड़ने पर धूप के चश्मे या वैसे चश्मे का इस्तेमाल करें, जो आंखों को सुरक्षित रखती हों.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.