Power Yoga : योग कई प्रकार के होते हैं, शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी योग में शरीर के अलग-अलग हिस्सों को स्वस्थ रखने के लिए विविध प्रकार होते हैं, जिनमें से एक है पावर योगा. पावर योगा को खासतौर पर मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए लाभकारी होता है. पावर योगा के पोज़ काफी चुनौती पूर्ण होते हैं और इसमें एक पोज़ से दूसरे पोज तक बहुत जल्दी जाना होता है, यह काफी अच्छी शारीरिक गतिविधि होती है.चलिए इस लेख के द्वारा पावर योगा के बारे में अन्य आवश्यक बातों को जानते हैं.
Power Yoga : क्या है पावर योगा?
पावर योगा के नाम में ही पावर शब्द का इस्तेमाल किया गया है जिसका मतलब होता है ऊर्जा व ताकत पावर योगा शरीर के लिए शक्तिवर्धक और सहनशक्ति को बढ़ाने में मदद करता है. यह कैलोरी बर्न करने के लिए काफी अच्छा उपाय होता है.
पावर योगा पावर योगा को विन्यास योगा भी कहा जाता है या फिर यह कहना सही होगा की पावर योगा विन्यास योग का ही एक प्रकार है. विन्यास योग की जड़ी अष्टांग योग से जुड़ी हुई है जिसे करने की शुरुआत 20 वीं सदी से से हुई है.
पावर योगा में एक धारा में एक पोज़ से दूसरे पोज़ की तरफ जाना होता है ना की एक-एक पोज़ को अलग-अलग प्रेक्टिस करना होता है. सभी पोज़ एक दूसरे से जुड़े हुए होते हैं, ऐसा दूसरे योग के प्रकारों में नहीं देखा जाता है.
पावर योगा स्फूर्ति भरी शारीरिक गतिविधि है जिसमें आप एक पोज से दूसरे पोज कि ओर तेजी से जाते हैं, जो आपकी श्वास क्रिया आपके अलग-अलग शारीरिक मोशन से जोड़ता है.
एक पावर योगा की क्लास एरोबिक्स की क्लास जैसी होती है ना की रिलैक्स्ड और माइंडफुल योग की क्लास जैसी, पावर योगा में दिमाग का स्थिर रहना जरूरी है लेकिन यह आपके श्वास क्रिया पर और शारीरिक गतिविधियों पर ज्यादा प्रभाव डालती है. पावर योगा मेडिटेशन और मस्तिष्क को आराम देने वाले योग से काफी भिन्न होता है.
Power Yoga : पावर योग और दूसरे योग के प्रकार में भिन्नता?
गति
पावर योगा हठ योग से काफी अलग होता है, क्योंकि पावर योग की गति काफी तेज होती है. यह हठ योग की तरह धीमी गति से नहीं किया जाता बल्कि तेज गति से किया जाता है जो की हृदय के स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है.
अनुक्रम
पावर योगा के पोज़ अष्टांग योग से मिलते जुलते होते हैं, लेकिन इसमें सभी आसन एक ही अनुक्रम में नहीं किए जाते हैं. अष्टांग योग एक और बारीकी और सलीके से किया जाने वाला योग है, जिसमें एक ही अनुक्रम में सारे आसान किए जाते हैं जबकि पावर योगा में इंस्ट्रक्टर द्वारा बताए गए अनुक्रम में ही सारे पोज़ किए जाते हैं यहां पर पोज़ की संख्या ज्यादा होती है और स्ट्रक्चर कम होता है.
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फ्लो
हठ योग और पावर योगा के बीच में सबसे बड़ा अंतर होता है फ्लो का, पावर योग में एक पोज़ से दूसरे पोज़ में सांस छोड़ते हुए जाने के फ्लो पर ज्यादा ध्यान देना होता है जबकि हठ योग में फ्लो पर कम और पोज़ को सही तरीके से, सही पोस्चर के साथ करने पर ज्यादा ध्यान देना होता है.
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Power Yoga : सेहत के लिए पावर योगा करने के फायदे
- फेफड़े एवं हृदय स्वास्थ्य को बेहतर करता है
- हाई ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है कोलेस्ट्रॉल लेवल को काम करता है ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करता है हड्डियों एवं मांसपेशियों में मजबूती वजन कम करने में सहायक
- नींद की क्वालिटी को सुधारने में सहायक
- शरीर में ऊर्जा का संचार होता है
- मस्तिष्क के फंक्शंस में सुधार
- हृदय रोग स्ट्रोक और मधुमेह जैसी शारीरिक समस्याओं के खतरे को कम भी करता है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.
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