पहली बार कब मनाया गया था विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस?
दरअसल विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस पहली बार 1958 को मनाया गया था. विश्व गैस्ट्रोएंटरोलॉजी संगठन ने इसे मनाना शुरू किया. जबकि साल 2004 में WGO ने विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस का नाम रखा. तभी से लेकर हर साल 29 मई को पूरी दुनिया में वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ सेलिब्रेट किया जा रहा है.
विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस का महत्व क्या है?
विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस यानी वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ, मनाने का समाज में विशेष महत्व दिया गया है. इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में पाचन तंत्र से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरुकता फैलाना है. इसके साथ ही पाचन से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए उपाय भी बताया गया है. वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ को मनाने का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को पाचन संबंधी समस्याओं और इससे होने वाले कैंसर के प्रति सतर्क रहना है.
विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस 2024 की थीम क्या है?
विश्व पाचन स्वास्थ्य दिवस की थीम हर साल बदला जाता है. इस बार वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ 2024 की थीम (आपका पाचन स्वास्थ्य: इसे प्राथमिकता बनाएं) “Your Digestive Health: Make It a Priority” है. इसका मतलब आपका पाचन तंत्र आपकी प्राथमिकता होने चाहिए. सरल शब्दों में कहा जाए तो शरीर के अन्य अंगों की तरह ही पाचन तंत्र पर भी हमें ध्यान देना चाहे. क्योंकि जहां पाचन तंत्र खराब होने से स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं भी उत्पन्न होने लगती है.इसलिए जब भी आपको लगे की पाचन खराब हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
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Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.