Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन पर भाई-बहन के साथ करें इन धार्मिक स्थलों की सैर
Raksha Bandhan 2024: इस रक्षाबंधन अपने भाई बहन के साथ प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों का सरप्राइज टूर प्लान करें. इस दौरान आप उत्तर प्रदेश में स्थित बांके बिहारी मंदिर से लेकर असम के मां कामाख्या मंदिर सहित कई मंदिरों में दर्शन पूजन कर सकते हैं.
By Rupali Das | August 17, 2024 7:54 AM
Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन का त्यौहार भाई और बहन के बीच मौजूद असीम प्रेम और स्नेह का प्रतीक है. हर साल सावन पूर्णिमा के दिन इस त्यौहार को धूमधाम से मनाया जाता है. रक्षाबंधन या राखी के दिन बहनें अपने भाई के हाथों में रक्षा सूत्र के तौर पर राखी बांधती है. भाई भी बहन की रक्षा का संकल्प लेते हैं और उसे कुछ गिफ्ट देते हैं. मगर राखी पर बहनों को देने के लिए गिफ्ट का चयन करना काफी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में कई लोग बहनों के साथ शॉर्ट ट्रिप प्लान करते हैं और उन्हें सरप्राइज देते हैं. अगर आप भी अपने सिबलिंग्स के साथ इस रक्षाबंधन किसी धार्मिक पर्यटन स्थल पर घूमने और भगवान के दर्शन करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपके लिए शानदार रहेगी ये जगहें:
बांके बिहारी मंदिर, मथुरा-वृंदावन
भगवान श्री कृष्ण की भूमि मथुरा-वृंदावन में मौजूद है प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर. यह मंदिर उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में वृंदावन धाम में मौजूद है, जिसकी वास्तुकला अत्यंत आकर्षक है. देश के प्राचीन मंदिरों में से एक बांके बिहारी मंदिर रक्षाबंधन पर घूमने के लिए शानदार जगह है. माना जाता है इस मंदिर में स्थापित मूर्ति स्वयं प्रकट हुई थी. बांके बिहारी मंदिर हिंदू धर्म के लोगों के आस्था और विश्वास का केंद्र है.
भगवान शिव की नगरी काशी में स्थित प्राचीन शिवालय विश्वनाथ मंदिर अपने आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व के लिए विश्व प्रसिद्ध है. भोलेनाथ के इस पवित्र धाम में स्थापित बाबा विश्वेश्वर के दर्शन मात्र से लोगों को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है. सावन के दौरान लाखों संख्या में शिव भक्त विश्वनाथ मंदिर में बाबा का जलाभिषेक करने आते हैं. यही कारण है रक्षाबंधन के अवसर पर भाई-बहन के साथ धार्मिक यात्रा करने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर खास है.
अयोध्या राम मंदिर
भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में स्थापित प्रभु के बाल रूप का दर्शन कर भक्त धन्य हो जाते हैं. इस नव निर्मित मंदिर का इतिहास सालों पुराना है. भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक अयोध्या राम मंदिर रक्षाबंधन पर आने के लिए खास विकल्प है. इस मंदिर में स्थापित राम लला की अनोखी मूर्ति भक्तों का मनमोह लेती है.
माता सती के 51 शक्तिपीठों में से एक असम में स्थित मां कामाख्या मंदिर अपने दैवीय व चमत्कारिक गुणों और तंत्र साधना के लिए मशहूर है. इसी स्थान पर माता सती की योनि गिरी थी. यहां का विश्व प्रसिद्ध अंबुबाची मेला आज भी एक रहस्य है. दिव्य स्त्री ऊर्जा से भरे मां कामाख्या मंदिर में देश-विदेश से भक्त माता के दर्शन करने पहुंचते हैं. रक्षाबंधन पर भाई-बहन के साथ मां कामाख्या के दर्शन करना खास होगा.
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, उज्जैन
उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान भोलेनाथ को समर्पित एक पवित्र मंदिर है. यह ज्योतिर्लिंग देवाधिदेव महादेव के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. पूरे श्रावण मास इस मंदिर में देश के कोने-कोने से लोग बाबा के दर्शन और भस्म आरती देखने आते हैं. भोलेनाथ के प्रिय सावन माह की पूर्णिमा (रक्षाबंधन) पर अपने भाई-बहन के साथ महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में दर्शन पूजन करना अत्यंत शुभ होगा.