Sawan 2024: उज्जैन पहुंचे तो जरूर करें इन मंदिरों कर दर्शन

मध्यप्रदेश के प्रमुख मंदिरों की यात्रा आपके धार्मिक अनुभव को अद्वितीय बना सकती है. विशेष रूप से उज्जैन में स्थित इन मंदिरों की महिमा के बारे में जानें और इस पावन माह में उन्हें दर्शन करने का अवसर न चूकें

By Pratishtha Pawar | August 6, 2024 7:12 PM
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Sawan 2024, Madhya Pradesh:मध्य प्रदेश में बसा, उज्जैन एक ऐसा शहर है जो आध्यात्मिक महत्व और ऐतिहासिक भव्यता से भरा हुआ है. सात मोक्ष-पुरियों में से एक के रूप में जाना जाने वाला, उज्जैन कई पूजनीय मंदिरों का घर है जो तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को समान रूप से आकर्षित करते हैं.

इस प्राचीन शहर में मौजूद असंख्य मंदिरों में से तीन अपने ऐतिहासिक महत्व, स्थापत्य वैभव और धार्मिक महत्व के लिए जाने जाते हैं आप जब भी उज्जैन पहुंचे इन मंदिरों के दर्शन जरूर करें.

1. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर उज्जैन के धार्मिक परिदृश्य का मुकुट रत्न है. भगवान शिव को समर्पित, यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है.

इस मंदिर को विशेष रूप से आकर्षक बनाने वाली बात इसकी अनूठी संरचना है. अन्य ज्योतिर्लिंगों से अलग, महाकालेश्वर की मूर्ति को ‘स्वयंभू’ या स्वयं प्रकट माना जाता है, और इसका मुख दक्षिण की ओर है, जिसे ‘दक्षिणाभिमुखी’ कहा जाता है, मंदिर की वास्तुकला पारंपरिक हिंदू शैलियों को दर्शाती है, जिसमें जटिल नक्काशी और एक विशाल शिखर है जो इसकी भव्यता को बढ़ाता है.भक्त और पर्यटक सुबह-सुबह की जाने वाली ‘भस्म आरती’ को देखने के लिए उमड़ पड़ते हैं.

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2. काल भैरव मंदिर

महाकालेश्वर मंदिर से थोड़ी दूरी पर स्थित, काल भैरव मंदिर (Kaal Bhairav Temple)उज्जैन में एक और महत्वपूर्ण स्थल है. भगवान शिव के एक उग्र रूप काल भैरव को समर्पित,यह मंदिर उन लोगों के लिए एक प्रमुख केंद्र है जो अपने पापों से मुक्ति और बुरी शक्तियों से सुरक्षा चाहते हैं. यहां पर भगवान भैरव नाथ को प्रसाद के रूप में शराब या मदिरा चढ़ाया जाता है.

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ऐसा भी माना जाता है कि प्राचीन समय में यह मंदिर तंत्र विद्या का केंद्र हुआ करता था. भगवान भैरव को भगवान शिव के प्रमुख गण के रूप में पूजा जाता है.

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3. चिंतामन गणेश मंदिर

चिंतमन गणेश मंदिर(Chintaman Ganesh Temple) उज्जैन में एक और दर्शनीय तीर्थस्थल है, जो बाधाओं को दूर करने वाले भगवान गणेश को समर्पित है. यह मंदिर उज्जैन के सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता है, जिसकी ऐतिहासिक जड़ें गुप्त काल से जुड़ी हैं. यहां मुख्य देवता भगवान गणेश की उनके ‘चिंतामन’ रूप में पूजा की जाती है, जो चिंताओं और परेशानियों के उन्मूलन का प्रतीक है.

मंदिर की वास्तुकला में हिंदू मंदिर डिजाइन के क्लासिक तत्व शामिल हैं, जिसमें एक सुंदर नक्काशीदार प्रवेश द्वार और एक शांत प्रांगण शामिल है. भगवान गणेश की मूर्ति को जटिल आभूषणों और फूलों से सजाया गया है, और वातावरण शांत है, जो हलचल भरे शहरी जीवन से एक शांतिपूर्ण वापसी प्रदान करता है. भक्त समृद्धि के लिए आशीर्वाद लेने और व्यक्तिगत चुनौतियों से उबरने के लिए चिंतामन गणेश मंदिर जाते हैं.

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