Summer vacations 2025 : गर्मी की छुट्टियां शुरू हो गयी हैं और आप अपने बच्चों को लेकर किसी हिल स्टेशन की ओर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में स्थित छोटे-छोटे अनोखे खूबसूरत हिल स्टेशनों को चुन सकते हैं. खास बात ये है कि आप गढ़वाल हिमालय के इन हिल स्टेशनों की यात्रा ऋषिकेश पहुंच गंगा स्नान कर, गंगा जी की आरती में शामिल होकर, राम झूला और लक्ष्मण झूला घूमने और लोकप्रिय रेस्टोरेंट चोटीवाला की स्पेशल थाली खाने के बाद शुरू कर सकते हैं.
देहरादून
ऋषिकेश से देहरादून की दूरी महज 47 किलोमीटर है, जिसे आप सवा से डेढ़ घंटे में सड़क मार्ग से तय कर सकते हैं. अब बात देहरादून में क्या देखें, तो उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय क्षेत्र में 1,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस शहर में देखने के लिए बहुत कुछ है. दून घाटी में बसा यह शहर आपको अपने शांत वातावरण के कारण पहली ही नजर में पसंद आ जायेगा और आपको यहां ठहर जाने का मन करेगा. रॉबर्ट गुफा, जिसे गुच्चू पानी के नाम से भी जाना जाता है, इस शहर का एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है. बच्चों के लिए यहां शिवालिक रेंज की तलहटी में स्थित देहरादून चिड़ियाघर एक बेस्ट डेस्टिनेशन हैं, जहां चित्तीदार हिरणों सहित विभिन्न प्रजातियां मिलेंगी. इसके साथ ही टपकेश्वर महादेव मंदिर, चार सिद्ध पीठ, लच्छीवाला नेचर पार्क, गुरु राम राय गुरुद्वारा, माइंडरोलिंग बौद्ध मठ, खलंगा वॉर मेमोरियल, भारतीय वानिकी संस्थान आदि देहरादून की आपकी यात्रा को यादगार बना सकते हैं. यहां की बाल मिठाई और झंगोरा खीर एवं एलोरा और बेक मास्टर की कुकीज का लुत्फ उठाना न भूलें.
मसूरी
देहरादून से 33 किलोमीटर आगे बढ़ने पर आप डेढ़ से दो घंटे में पहाड़ों की रानी कहे जाने वाले खूबसूरत हिल स्टेशन मसूरी पहुंच जायेंगे. देहरादून से जैसे-जैसे आप आगे बढ़ेंगे आप समतल से पहाड़ की ओर चढ़ने लगेंगे और सड़क के किनारे लगे खूबसूरत देवदार आपका मन मोह लेंगे. मसूरी का एक लोकप्रिय केंद्र है यहां स्थित माल रोड. यहां के माल रोड, जिसे लाइब्रेरी चौक के नाम से जाना जाता है, में आपको आकर्षक कैफे, रेस्तरां, दुकानें और ब्रिटिश काल की इमारतें भी मिलेंगी. कैम्ब्रिज बुक हाउस यहीं स्थित है, जहां कभी प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉन्ड अपने प्रशंसकों से मिला करते थे. मॉल रोड पर इत्मीनान से टहलते हुए आप यहां के स्थानीय व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं और खरीददारी भी कर सकते हैं. मॉल रोड के किनारे एक तिब्बती बाजार भी है, जो गर्म कपड़ों की किफायती दामों में खरीददारी के लिए बेहतर बताया जाता है. अब बात करते हैं मसूरी के एक और प्रमुख आकर्षण केम्प्टी फॉल्स की, जहां पहुंचने में मॉल रोड से लगभग 30 मिनट लगते हैं. आगे बढ़ने पर व्यू पॉइंट तक पहुंचने के लिए लगभग 15 से 20 मिनट की सीढ़ियां उतरनी पड़ती हैं. केम्प्टी फॉल्स एक प्राकृतिक झरना है, जो कई चट्टानों से गिरते हुए अलग-अलग झरनों में बंट जाता है. यह बेहद खूबसूरत है, लेकिन इसमें सीढ़ियां उतर कर नीचे जाने से बेहतर विकल्प है कि आप केबल कार से इसकी खूबसूरती को आंखों में भर लें. कंपनी गार्डन केम्प्टी फॉल्स से ज्यादा दूर नहीं, आप इसके बाद यहां जा सकते हैं.
लंढोर
आप मसूरी में हैं, तो लंढोर जरूरी जायें, जो महज साढ़े तीन किलोमीटर दूर है और पहुंचने में 20 मिनट लगते हैं. मसूरी में जमा पर्यटकों की भीड़ से एक अलहदा शांति में पहुंच जायें, तो समझिए आप चार दुकान, 24 मकान के लिए लोकप्रिय लंढोर आ गये हैं. रस्किन बॉन्ड यहीं रहते हैं, आप उनके घर को बाहर से देख सकते हैं. लैंढोर का केलॉग मेमोरियल चर्च और सूर्योदय और सूर्यास्त जरूर देखे जाने चाहिए और यहां पैदल वॉक करना आपको एक नये अनुभव से भर देगा. मसूरी में गन हिल, लाल टिब्बा, इको प्वाइंट, दलाई हिल्स भी प्रमुख आकर्षणों में शामिल हैं.
धनोल्टी
मसूरी से धनोल्टी पहुंचने में कम से कम ढाई घंटे लगते हैं और सड़क मार्ग से यह दूरी लगभग 42 किलोमीटर है. पर्यटकों के लिए यहां एक विशेष सलाह है. देहरादून से मसूरी की सड़कें बहुत घुमावदार और कहीं-कहीं पर, खासतौर पर शहर के नजदीक पहुंचने पर संकरी हैं, इसलिए पीक टूरिस्ट सीजन के दौरान यहां ट्रैफिक जाम होना आम बात है. आपको अगर देहरादून से आगे बढ़ने पर पता चलता है कि मसूरी में बहुत जाम है, तो आप वहीं से धनोल्टी का रुख कर सकते हैं. यह एक विकल्प है और अगर रास्ता साफ है, तो मसूरी घूमने के बाद धनोल्टी की खूबसूरती निहारने आ सकते हैं. धनोल्टी अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण, इको पार्क, सेब के बागों और हर्बल उद्यानों, एडवेंचर एक्टिविटी के लिए प्रसिद्ध है. धनोल्टी पहुंच कर वहां एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित सुरकंडा देवी मंदिर के दर्शन जरूर करें, यह मनोरम दृश्यों वाला एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है.
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