Weekend Destinations: गर्मी में वीकेंड पर कुछ अलग चाहिए? इन जगहों पर मिलेगा नेचर, सुकून और स्वाद
Weekend Destinations: यहां आपको मिलेगी ठंडी हवा, हरियाली, शांति और देसी खाने का असली स्वाद. शहर की भीड़, ट्रैफिक और नेटवर्क से दूर, ये जगहें आपको सुकून का एहसास दिलाएंगी. सुबह की ताजगी, पक्षियों की आवाज, और रात को तारों से भरा आसमान, सब कुछ किसी खूबसूरत सपने जैसा लगेगा. तो आइये जानते हैं वे कौन सी जगहें हैं जो आपके वीकेंड को खास और यादगार बना देगी.
By Shubhra Laxmi | April 22, 2025 1:03 PM
Weekend Destinations: गर्मी में वीकेंड पर कुछ अलग चाहिए? इन जगहों पर मिलेगा नेचर, सुकून और स्वाद अगर आप इस वीकेंड अपने मूड को रिफ्रेश करने के लिए नेचर के करीब किसी जगह पर जाना चाहते हैं, तो ये खास डेस्टिनेशन आपके लिए परफेक्ट हैं. यहां आपको मिलेगी ठंडी हवा, हरियाली, शांति और देसी खाने का असली स्वाद. शहर की भीड़, ट्रैफिक और नेटवर्क से दूर, ये जगहें आपको सुकून का एहसास दिलाएंगी. सुबह की ताजगी, पक्षियों की आवाज, और रात को तारों से भरा आसमान, सब कुछ किसी खूबसूरत सपने जैसा लगेगा. तो आइये जानते हैं वे कौन सी जगहें हैं जो आपके वीकेंड को खास और यादगार बना देगी.
पांगोट (उत्तराखंड)
गर्मियों की चिलचिलाती धूप से राहत चाहिए तो दिल्ली से कुछ ही घंटे की दूरी पर बसा पांगोट एक परफेक्ट एस्केप है. नैनीताल के पास स्थित यह छोटा-सा गांव अपनी ठंडी हवाओं, हरे-भरे जंगलों और बर्ड वॉचिंग के लिए मशहूर है. अप्रैल से जून के बीच यहां का मौसम बेहद सुहावना होता है यहां का शांत वातावरण, लकड़ी की कॉटेज, और सूरज की पहली किरणों के साथ चहचहाते पक्षियों की आवाज, एक टेरेपेटिक एक्सपीरियंस देती है. पहाड़ी खाना, ऑर्गेनिक फलों का स्वाद और किताबों के साथ बिताया गया समय आपको रिफ्रेश कर देगा.
अगर आप मुंबई या पुणे में रहते हैं और गर्मियों में भी कुछ एडवेंचरस करने की चाह रखते हैं, तो कुंडलिका रिवर आपके लिए बनी है. यह जगह गर्मी में भी आपको ताजगी और रोमांच दोनों दे सकती है. सुबह जल्दी निकलकर आप यहां रिवर राफ्टिंग का मजा ले सकते हैं, जो यहां का सबसे बड़ा अट्रैक्शन है. दोपहर में नदी किनारे पेड़ों के नीचे बैठकर हल्की ठंडी हवाओं में रिलैक्स करना किसी थेरेपी से कम नहीं लगता.
शांतिनिकेतन (पश्चिम बंगाल)
कोलकाता से कुछ घंटों की दूरी पर स्थित शांतिनिकेतन गर्मियों में एक सुकून भरी जगह साबित हो सकती है. यहां की गर्मी पेड़ों की घनी छांव, लाल माटी की ठंडक और हवा में घुली टैगोर की रचनात्मकता के आगे फीकी लगती है. शांतिनिकेतन सिर्फ एक डेस्टिनेशन नहीं, एक एहसास है – जहां कला, संस्कृति और मिट्टी का अपनापन हर मोड़ पर मिलता है.