नयी दिल्लीः भारतीय वैज्ञानिकों ने स्वदेशी बुलेटप्रूफ जैकेट बना लिये हैं. अच्छी खबर यह है कि भारत सरकार ने इसके निर्माण को मंजूरी भी दे दी है. स्वदेशी बुलेटप्रूफ के इस्तेमाल से भारत सरकार को कम से कम 20,000 करोड़ रुपये की बचत होगी.
रक्षा मंत्रालय से पहले ही मंजूरी पा चुके इस जैकेट का निर्माण अत्याधुनिक थर्मोप्लास्टिक तकनीक से हुआ है, जिसकी वजह से यह बेहद हल्के हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुमति मिलते ही इसे ‘मेक इन इंडिया’ से जोड़ दिया जायेगा.
आंतरिक अशांतिः आॅपरेशन ब्लू स्टार की 33वीं बरसी पर स्वर्ण मंदिर में लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे
इसका फायदा यह होगा कि इस वक्त 1.5 लाख रुपये में मिलनेवाले जैकेट सेना को 50 हजार रुपये में मिलने लगेंगे. यानी एक जैकेट पर एक लाख रुपये की बचत होगी. वर्तमान में भारत सरकार अमेरिका से बुलेटप्रूफ जैकेट का आयात करता है.
कोयंबटूर स्थित अमृता यूनिवर्सिटी के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के प्रममुख प्रो शांतनु भौमिक द्वारा निर्मित इस जैकेट में 20 लेयर हैं. जैकेट में इस्तमाल होनेवाले कार्बन फाइबर इसे पहननेवाले को 57 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान झेलने की क्षमता प्रदान करते हैं.
खुशखबरी! 7वां वेतन आयोग : अलाउंस के मुद्दे पर इसी सप्ताह कैबिनेट में हो सकता है फैसला
आजादी के 70 साल के इतिहास में यह पहला मौका है, जब हमारी सेना स्वदेशी बुलेटप्रूफ जैकेट पहनेगी. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीअो) और रक्षा मंत्रालय के संयुक्त उद्यम से यह संभव हो सकता है.
Agni Prime Missile : पहली बार रेल लॉन्चर से परीक्षण, मिसाइल भेद सकती है 2,000 किलोमीटर तक के टारगेट को
Watch Video: पानी में डूबे घर, टूटी सड़कें, उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही का नया वीडियो आया सामने
Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड में कुदरत का कहर, अब तक 4 की मौत, सीएम धामी ने नुकसान का लिया जायजा
Heavy Rain Warning: अगले 3 से 4 घंटों के दौरान हिमाचल में भयंकर बारिश की संभावना, IMD अलर्ट जारी