गुफा में विराजे बाबा बर्फानी, 29 से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा, 40 दिन चलेगी
जम्मू : जम्मू-कश्मीर स्थित हिमालय की गुफा में बाबा बर्फानी विराज चुके हैं. बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए यात्रा 29 जून से शुरू होगी. एक गोपनीय चिट्ठी से पुलिस को पता चला है कि इस पवित्र यात्रा के दौरान आतंकवादी यात्रियों के जत्थे पर हमला कर सकते हैं. इनका मकसद बड़ी संख्या में अमरनाथ […]
By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2017 11:01 AM
जम्मू : जम्मू-कश्मीर स्थित हिमालय की गुफा में बाबा बर्फानी विराज चुके हैं. बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए यात्रा 29 जून से शुरू होगी. एक गोपनीय चिट्ठी से पुलिस को पता चला है कि इस पवित्र यात्रा के दौरान आतंकवादी यात्रियों के जत्थे पर हमला कर सकते हैं. इनका मकसद बड़ी संख्या में अमरनाथ यात्रियों को हताहत कर देश भर में सांप्रदायिक दंगे कराने का है. आतंकियों के निशाने पर सुरक्षा बल के जवान भी होंगे.
अमरनाथ यात्रा में खलल डालने में आतंकवादी कामयाब न हो सकें, इसके लिए सुरक्षा बलों ने ऑपरेशनल और प्रशासनिक पहलू से जुड़ी रणनीति तैयार कर ली है. शांतिपूर्ण अमरनाथ यात्रा सुनिश्चित करने के प्रयासों के तहत दक्षिण कश्मीर के हिमालय में पहलगाम तथा बालटाल के दो मार्गों पर 24 बचाव दल और 35 श्वान दस्ते तैनात किये जायेंगे.
3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ की पवित्र गुफा की 40 दिन की यात्रा के दौरान कुल 24 बचाव दलों को तैनात किया जायेगा. इन दलों में जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस, राज्य आपदा राहत बल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के जवान शामिल होंगे. इन दलों को ऑक्सीजन सिलिंडर समेत सभी बचाव उपकरणों से लैस किया जायेगा.
यात्रा के दौरान सशस्त्र पुलिस के आठ पर्वतीय बचाव दल यात्रा मार्ग के कठिन हिस्सों में महिलाओं और बुजुर्ग श्रद्धालुओं की मदद करेंगे. इसके अलावा कुल 12 हिमस्खलन बचाव दल, एसडीआरएफ के 11 दल, सीआरपीएफ का एक दल दोनों मार्गों पर तैनात रहेगा.
इसके अलावा एनडीआरएफ के चार तलाशी एवं बचाव दल भी तैनात रहेंगे. सालाना अमरनाथा यात्रा शुरू होने से पहले प्रशासन ने शांतिपूर्वक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को राष्ट्रीय राजमार्गों पर 24 घंटे गश्ती करने के साथ ही बहुआयामी सुरक्षा व्यवस्था का निर्देश दिया है.
ज्ञात हो कि 29 जून से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा अनंतनाग जिले के परंपरागत 28.2 किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले के 9.5 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से जायेगी. 40 दिन की यात्रा का सात अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समापन होगा.
पुलिस को जो चिट्ठी मिली है, उसमें कहा गया है कि आतंकवादियों ने अमरनाथ यात्रा में बाधा डालने की अपनी रणनीति बदली है. उनकी योजना कि यात्रा के दौरान इस तरह हमला करने की है, ताकि 100-150 यात्री हताहत हों. साथ ही पुलिस के जवानों-अफसरों को भी बड़े पैमाने पर निशाना बनाया जाये. ऐसे हमले से देश भर में सांप्रदायिक दंगे शुरू हो जायेंगे.