नयी दिल्ली : दिल्ली एम्स में 3,119 करोड़ रुपये की लागत से 1,563 बिस्तरों को बढ़ाया जाएगा. इस बात की जानकारी सरकार ने सदन में दी है. केंद्र सरकार ने कहा है कि वह दिल्ली स्थित एम्स की क्षमता एवं आधारभूत ढांचे के विस्तार के साथ देश के विभिन्न क्षेत्रों में नये स्थापित एम्स संस्थानों को सक्रिय बनाने पर जोर दे रही है. दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुवर्ज्ञिान संस्थान (एम्स) में 1,563 बिस्तरों को बढ़ाने का प्रस्ताव किया गया है जिस पर 3119 करोड़ रुपये की लागत आयेगी.
राय ने कहा कि हमारी मांग है कि एम्स में मरीजों का इलाज पूरा करने की समयसीमा तय की जाए और दिल्ली के अन्य केंद्रीय अस्पतालों में रेफर केस के रुप में उनका उपचार सुगम बनाया जाए. लोकसभा में पूरक प्रश्न के उत्तर में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि एम्स ने एक मानक स्थापित किया है और यही कारण है कि सभी एम्स में ही उपचार कराना चाहते हैं. हम दिल्ली स्थित एम्स को देश के अन्य स्थानों पर दोहराना चाहते हैं. ऐसे में कई स्थानों पर एम्स खोले गये हैं और आने वाले समय में कुछ और स्थानों पर भी स्थापित होंगे.
उन्होंने कहा कि दिल्ली स्थित एम्स में 1,563 बिस्तरों को बढ़ाने का प्रस्ताव किया गया है जिस पर 3,119 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. इसके अलावा एम्स में 167 करोड रुपये की लागत से 200 विस्तरों वाले राष्ट्रीय वृद्धावस्था केंद्र को अनुमोदन प्रदान किया गया है. लोकसभा में मंत्रालय द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2016 में नयी दिल्ली एम्स में 37,83,438 पंजीकृत रोगियों ने उपचार कराया जबकि सफदरजंग अस्पताल में 31,07,991 मरीजों ने, डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 21,73,718 मरीज, एलएचएमसी एवं संबद्ध अस्पताल में 10,87,567 मरीजों ने, एनआईटीआरडी अस्पताल में 2,20,740 मरीज और वीपीसीआई अस्पताल में 1,11,022 पंजीकृत मरीजों ने उपचार कराया. नड्डा ने बताया कि डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नई दिल्ली में 26.10 करोड रुपये की अनुमानित लागत से 289 बिस्तरों वाले नये आपातकालीन ब्लाक को 2015 में चालू कर दिया गया है.
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