अन्नाद्रमुक ने शशिकला को बाहर का रास्ता दिखाया, भतीजे दिनाकरण ने कहा – अदालत करेगी फैसला

चेन्नई : अन्नाद्रमुक ने आज शशिकला को पार्टी के महासचिव पद से हटा दिया. अन्नाद्रमुक के नेता व तमिलनाडु सरकार में मंत्री आरबी उदयकुमार ने कहा कि अम्मा (जयललिता) के द्वारा नियुक्त किये गये सभी पदाधिकारी अपने पद पर बने रहेंगे. उन्होंने कहा कि अम्मा अनंतकाल तक हमारी महासचिव रहेंगी. महासचिव के पद को अभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2017 11:58 AM
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चेन्नई : अन्नाद्रमुक ने आज शशिकला को पार्टी के महासचिव पद से हटा दिया. अन्नाद्रमुक के नेता व तमिलनाडु सरकार में मंत्री आरबी उदयकुमार ने कहा कि अम्मा (जयललिता) के द्वारा नियुक्त किये गये सभी पदाधिकारी अपने पद पर बने रहेंगे. उन्होंने कहा कि अम्मा अनंतकाल तक हमारी महासचिव रहेंगी. महासचिव के पद को अभी जब्त कर लिया गया है और इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया है. उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक एकजुट होगा और हम दो पत्तों वाले अपने चुनाव चिह्न को फिर से पाने के लिए प्रयास करेंगे.दिवंगतजयललिताकीसहेलीव सहयोगी शशिकला अभी भ्रष्टाचार के मामले में बेंगलुरु की जेल में बंद हैं. पार्टी ने आज कई प्रस्ताव पारित किये, जिसमें शशिकला को महासचिव पद से हटाने का प्रस्ताव भी शामिल था.

उल्लेखनीय है कि चेन्नई के वानगरम में आज ऑल इंडिया की आम सभा हो रही है, जिसमें यह फैसला लिया गया है. कल ही मद्रास हाइकोर्ट ने बैठक पर रोक लगाने की मांग वाली पार्टी विधायक पी पेटिवल की याचिका खारिज कर दी थी. वे पार्टी में शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरण के समर्थक हैं.

पिछले दिनों पार्टी के इ पलानीसामी और ओ पन्नीरसेल्वम गुट का विलय हो गया था. जिसमें पार्टी संचालन के लिए बनायी गयी संयोजन समिति के प्रमुख पन्नीरसेल्वम बनाये गये थे और उपप्रमुख पलानीसामी को बनाया गया था. वहीं, मुख्यमंत्री पलानीसामी की सरकार में पन्नीरसेल्वम बतौर उपमुख्यमंत्री शामिल हुए थे. दोनों ने जयललिता की समाधि पर जाकर राज्य की जनता के लिए और अम्मा के सपनों को सच करने के लिए साथ-साथ काम करने का भी संकल्प लिया था. पन्नीरसेल्वम गुट ने विलय के लिए शशिकला को बाहर का रास्ता दिखाये जाने की शर्त रखी थी. वहीं, इस उलटफेर के बाद दिनाकरण गुट ने गवर्नर से मिल कर 18 विधायकों का समर्थन होने का दावा किया था और कहा था कि पलानीसामी सरकार इससे अल्पमत में आ गयी है और विधानसभा में उनका शक्ति परीक्षण होना चाहिए.

दिनाकरण ने शशिकला को बाहर निकाले जाने की घटना को तवज्जो नहीं दिया

मदुरै : वीके शशिकला कोअन्नाद्रमुक से बाहर का रास्ता दिखाये जाने के बाद अलग-थलगपड़ गयेपार्टी नेता टीटीवी दिनाकरण नेइसमुद्दे को महत्वहीनबताया. उन्होंने कहा कि अदालत इस मुद्दे पर अपना अंतिम निर्णयदेगी.दिनाकरण शशिकला के भतीजे हैं. दिनाकरण ने महासभा की बैठक को सार्वजनिक सभा करार देतेहुए कहा कि उन्होंने (पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली) इस सरकार को बदलने के लिए कार्रवाई की थी. उन्होंने मद्रासउच्च न्यायालय के आदेश का जिक्र किया जिसमें कहा गया है कि आज की महासभा मेंलिए गए फैसले इस मामले में अपील पर होने वाले निर्णय के दायरे में आयेंगे.

उन्होंने कहा कि इसके बाद ही यह पता चलेगा कि क्या शशिकला को पद से हटाना वैध था. महासभा की बैठक पर रोक लगान केलिए दायर याचिका खारिज करने के एकल न्यायाधीश की पीठ का आदेश निरस्त कराने के दिनाकरण गुट के एक विधायक की अपील पर सुनवाई करते हुए कल रात अदालत ने इस बैठक को हरी झंडी दे दी थी और यह अपील 23 अक्तूबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध कर दी थी. शशिकला को महासभा से निकाले जाने के बारे में पलानीस्वामी के साथ सत्ता के लिए संघर्ष कर रहे दिनाकरण ने कहा, ऐसे में, हमें इसे बड़ा (एक बड़ा मुद्दा) बनाने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि यह निर्णय लेने वाली वही महासभा है जिसने पिछले साल उन्हें महासचिव के पद पर तैनात किया था.


अदालत पहुंचा डीएमके

चेन्नई : अन्नाद्रमुक की महासभा ने आज वीके शशिकला को पद पर से हटाने का प्रस्ताव पारित किया दिया. इ पलानीसामी व ओ पन्नीरसेल्वम गुट के विलय के बाद इस कार्रवाई से दक्षिण भारत के सबसे बड़े राज्य तमिलनाडु की राजनीतिगरमागयी.अन्नाद्रमुक के इस उथल-पुथल के बाद विपक्षीद्रमुक मद्रासहाइकोर्ट पहुंच गयाऔर उसने राज्य विधानसभा में फिर सेबहुमतपरीक्षण कराने की मांग की.ऐसी ही मांग पहले वह राज्यपाल से कर चुका है.

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