पुलिस ने बताया कि पीडि़ता का बयान दर्ज करने और मेडिकल जांच के बाद आईपीसी की संबद्ध धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी. पुलिस अधीक्षक एस सम्बाशिवन ने प्राथमिकी दर्ज किये जाने और कर्नल की गिरफ्तारी की पुष्टि की लेकिन उनकी पहचान का खुलासा करने से इनकार कर दिया.
बहरहाल, जांच जारी है और आरोपी को गुरुवार को यानी आज अदालत में पेश किया जाएगा.
मामले को लेकर शिमला की पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया कि रेप पीडि़ता के बयान और मेडिकल जांच के बाद दो लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज किया गया है. पीडि़ता ने बताया कि इस घटना से पहले आरोपी ने 19 नवंबर को उसे और उसके पिता को शिमला के एक थियेटर में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए बुलाया था जिसके बाद आरोपी उन्हें डिनर पर ले गया और कहा कि पीडि़ता को उसकी बेटी के पास मुंबई भेज ताकि वह मॉडलिंग में अपना कॅरियर आजमा सके.
आरोपी ने पीडि़ता से कहा कि वह अपनी तसवीर भेज दे ताकि वह अपनी बेटी को मुंबई ये फोटो फॉरवर्ड कर दे. रेप पीडि़ता ने जब फोटो भेजा तो उसने मॉडलिंग के विशेषज्ञों से मिलाने के नाम पर अपने घर बुलाया. जब पीडि़ता कर्नल के घर पर पहुंची तो वह उसे जबरन एक कमरे में ले गया और शराब पिलाकर घटना को अंजाम दिया.
पीडि़ता ने बताया कि कर्नल ने धमकी दी थी कि अगर किसी को इस घटना के बारे में बताया तो उसके पिता का करियर बरबाद कर दूंगा.