राहुल गांधी को दिये गये ”कारण बताओ नोटिस” को चुनाव आयोग ने लिया वापस

नयी दिल्ली : चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन को लेकर दिये गये कारण बताओ नोटिस को रविवार की रात को ही वापस ले लिया. चुनाव आयोग ने कहा कि उस प्रावधान की समीक्षा की जा रही है, जिसके तहत उन्हें यह नोटिस दिया गया था. नोटिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2017 9:03 AM
feature

नयी दिल्ली : चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन को लेकर दिये गये कारण बताओ नोटिस को रविवार की रात को ही वापस ले लिया. चुनाव आयोग ने कहा कि उस प्रावधान की समीक्षा की जा रही है, जिसके तहत उन्हें यह नोटिस दिया गया था. नोटिस वापस लेते हुए आयोग ने कहा, आयोग की राय है कि डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कई गुणा विस्तार के कारण वर्तमान आदर्श आचार संहिता और जनप्रतिनिधित्व कानून, 1951 की धारा 126 और अन्य संबंधित प्रावधानों की समीक्षा की जरूरत है, ताकि इसे वर्तमान की जरूरतों एवं चुनौतियों और भविष्य की स्थितियों से निबटने में सक्षम बनाया जा सके.

चुनाव निकाय को शिकायत मिली थी कि मतदान से 48 घंटे पूर्व प्रचार अभियान समाप्त होने का प्रावधान सूचना-प्रौद्योगिकी के युग में कारगर नहीं रह गया है. इसके बाद आयोग ने प्रावधान में संशोधन को लेकर सुझाव देने के लिए एक समिति के गठन का निर्णय किया है. आज जारी आदेश में कहा गया है कि प्रस्तावित समिति में चुनाव आयोग, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, कानून एवं आईटी मंत्रालयों, नेशनल ब्रॉडकॉस्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) के सदस्यों को शामिल किया जायेगा. गुजरात में प्रचार अभियान समाप्त होने के उपरांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिक्की के बैठक में शामिल होने, राहुल गांधी के टीवी साक्षात्कारों और भाजपा के चुनाव घोषणापत्र जारी करने को लेकर हुए विवादों के बीच यह आदेश आया है. चुनाव आयोग ने गुजरात में टीवी चैनलों को साक्षात्कार देकर चुनावी प्रावधानों और आचार संहिता का प्रथम दृष्टया उल्लंघन करने को लेकर 13 दिसंबर को राहुल गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version