आपको बता दें कि पुलिस ने इससे पहले कहा था कि ज्यादातर लोग पब के शौचालय में फंस गये थे और दम घुटने के कारण मर गये थे. रिपोर्ट में कहा गया, ज्यादातर प्रत्यक्षदर्शियों से खुलासा हुआ है कि आग के समय मोजो रेस्त्रां में हुक्का उपलब्ध कराया गया था और ऐसी आशंका है कि हुक्का से निकली चिंगारी आग का संभावित कारण हो.
कमला मिल्स परिसर की छत पर स्थित पब में जन्मदिन का जश्न करीब दर्जन भर परिवारों के लिए मातम में बदल गया था. आधी रात के समय इस पब में लगी आग ने 14 लोगों की जान ले ली थी और 21 अन्य झुलस गये थे. इस कांड पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि इस कांड के लिए जो भी जिम्मेदार हैं, उस पर फौजदारी कार्रवाई की जायेगी. बिना परमिशन वाले ऐसे अन्य निर्माण को चिह्नित कर तोड़ा जायेगा.
अपनी जान की परवाह किये बिना ‘रक्षक’ ने बचायी 100 की जान
कमला मिल्स परिसर में जब आग फैली थी तो एक शख्स ऐसा भी था, जो अपनी जान की परवाह किये बिना दूसरों की जान बचाने में जुटा था. ‘ जी हां ‘ इस शख्स का नाम महेश साब्ले है जो कमला मिल्स कम्पाउंड में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं. इस शख्स ने करीब 100 लोगों की जान बचाने का काम किया. बताया गया कि जब ये आग लगी, तब महेश ने तेजी से लोगों को इमारत से बाहर निकालना शुरू किया, जिससे क़रीब सौ लोगों की जान बची.