इस्राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कारोबारी सम्मेलन में कहा- भारत और इस्राइल की जोड़ी स्वर्ग में बनी

मुंबई : इस्राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने मुंबई में कारोबारी सम्मेलन में कहा कि भारत और इस्राइल लोकतंत्र-स्वतंत्रता से प्रेम करते हैं, हमारी जोड़ी स्वर्ग में बनी है. भारत-इस्राइल के बीच साझेदारी अभूतपूर्व ऊचांइयों पर पहुंच रही है. यह अद्भुद मित्रता की शुरूआत है, असीम संभावनांए हैं. उन्होंने कहा कि विश्व बैंक के प्रतिस्पर्धी सूचकांक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2018 11:07 AM
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मुंबई : इस्राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने मुंबई में कारोबारी सम्मेलन में कहा कि भारत और इस्राइल लोकतंत्र-स्वतंत्रता से प्रेम करते हैं, हमारी जोड़ी स्वर्ग में बनी है. भारत-इस्राइल के बीच साझेदारी अभूतपूर्व ऊचांइयों पर पहुंच रही है. यह अद्भुद मित्रता की शुरूआत है, असीम संभावनांए हैं. उन्होंने कहा कि विश्व बैंक के प्रतिस्पर्धी सूचकांक में 15 देश इस्राइल से आगे हैं और इस बात ने मेरी नींद उड़ा दी है, ये देश सीरिया नहीं बल्कि अमेरिका और सिंगापुर जैसे देश हैं.

इससे पहले इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार सुबह नाश्ते की मेज पर भारतीय उद्योग जगत के प्रमुख उद्योगपतियों से मुलाकात की. नेतन्याहू छह दिवसीय यात्रा पर भारत आये हैं. उन्होंने प्रतिष्ठित ताज होटल में उद्योगपतियों से वार्ता की. मुलाकात के दौरान नेतन्याहू ने कहा कि भविष्य उनका होता है, जो नवीनता को अपनाते हैं. भारत और इजरायल की भागीदारी करिश्मे कर रही है. पीएम मोदी के साथ व्यक्तिगत तौर पर मेरी अच्छी दोस्ती है. नाश्ते के दौरान मौजूद उद्योगपतियों में अजय पिरामल, राहुल बजाज, आदि गोदरेज, हर्ष गोयनका, आनंद महिंद्रा, दिलीप सांघवी, अशोक हिंदुजा, चंदा कोचर और अतुल पुंज शामिल थे.

यह भारत की वित्तीय राजधानी में इस्राइल के किसी प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है. अपने तय कार्यक्रम के तहत नेतन्याहू 26/11 आतंकवादी हमलों के पीड़ितों के स्मारक पर आज पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. इसके बाद वह निकटवर्ती नरीमन हाउस जाएंगे, जहां वह 11 वर्षीय मोशे होल्त्जबर्ग से मुलाकात करेंगे. मोशे के पिता रब्बी गैव्रियल होल्त्जबर्ग और मां रिवका की 2008 के मुबंई आतंकवादी हमलों के दौरान नरीमन हाउस में मौत हो गयी थी. यह यहूदी दंपती दक्षिण मुंबई के कोलाबा इलाके में स्थित नरीमन हाउस में चबाड-लुबाविच मुहिम के लिए एक सांस्कृतिक केंद्र चलाता था. इसके बाद नेतन्याहू ताज होटल में यहूदी समुदाय के करीब 25 से 30 सदस्यों से मुलाकात करेंगे. इस समय भारत में यहूदी समुदाय के करीब 5000 सदस्य रह रहे हैं, लेकिन उनमें से अधिकतर लोग मुंबई को अपना घर बताते हैं. शहर में पहले बड़ी संख्या में यहूदी रहते थे लेकिन इस्राइल के गठन के बाद करीब 33000 यहूदी वहां चले गये थे.

मुंबई में तीन मुख्य यहूदी समुदाय हैं- बेने इस्राइल यहूदी, बगदादी यहूदी और मालाबार यहूदी. उनके लिए इस्राइल के प्रधानमंत्री की यात्रा का मतलब पुराने मित्रों से फिर से जुड़ना और पुराने संबंधों को मजबूत करना है. नेतन्याहू अपने तय कार्यक्रम का समापन करते हुए शालोम बॉलीवुड समारोह में शिरकत करेंगे जहां वह भारतीय सिनेमा जगत के जाने माने अभिनेताओं, निर्देशकों और निर्माताओं को इस्राइल में आकर शूटिंग करने और इस्राइली फिल्म एवं टीवी उद्योग के साथ मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित करेंगे.

नेतन्याहू के साथ मुख्य रूप से कृषि, रक्षा एवं साइबर सुरक्षा क्षेत्रों की 102 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले 130 सदस्यीय व्यावसायिक प्रतिनिधिमंडल आया है. नेतन्याहू की अब तक की यात्रा में नवोन्मेष, स्टार्ट अप नवोन्मेष प्रणाली को मजबूत करने, सूचना प्रौद्योगिकी, रक्षा, इलेक्ट्रिक वाहनों और कृषि क्षेत्रों पर बयान एवं समझौते देखने को मिले है. दोनों देशों के बीच 2016-17 में पांच अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ जबकि इससे पूर्ववर्ती वित्त वर्ष में यह 4.91 अरब डॉलर रहा था. नयी दिल्ली में यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस्राइल की कंपनियों को देश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया था और कहा था कि भारत में अपार अवसर हैं.

भारत को अप्रैल 2000 से सितंबर 2017 तक की अवधि में इस्राइल से 13 करोड़ डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मिला है. नेतन्याहू कल तड़के इस्राइल के लिए रवाना हो जाएंगे.

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