यह भी पढ़ें:रेलवे स्टेशनों पर फ्री वाई-फाई, एस्कलेटर एवं ट्रेनों में सीसीटीवी, जेटली की पोटली से भारतीय रेल को मिले 1,48,528 करोड़
पी. चिदंबरम ने कहा कि 2018-19 के बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली राजकोषीय मजबूती की परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुए हैं और इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे. उन्होंने कहा कि 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.2% पर रखा गया था लेकिन इसके 3.5% पर पहुंचने का अनुमान है.
जेटली के बजट भाषण खत्म करने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में चिदंबरम ने कहा, ‘‘वित्त मंत्री राजकोषीय मजबूती की परीक्षा में विफल रहे हैं और इसके गंभीर परिणाम होंगे.’
यह भी पढ़ें:स्टूडेंट्स को जेटली ने दिया तोहफा, जानें क्या है उनके लिए खास
क्या कहा पीएम मोदी ने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वित्त मंत्री और उनकी टीम को ऐसा बजट प्रस्तुत करने के लिए मैं बधाई देता हूं जो ‘‘नये भारत’ की परिकल्पना को मजबूत करने में मदद करेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट ‘विकासोन्मुखी’ है और भारत की प्रगति को गति देगा. एनपीए और सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के दबाव वाले खातों से संबंधित मुद्दों से निबटने के लिए सरकार जल्द ही ठोस कदमों की घोषणा करेगी. पीएम मोदी ने कहा कि किसान, दलित और जनजातीय समुदायों को बजट से लाभ पहुंचेगा, इससे ग्रामीण भारत के लिए नए अवसरों का सृजन होगा. बजट किसान हितैषी, आम नागरिक हितैषी है, कारोबारी माहौल के लिए अच्छा है और यह सामान्य जीवन को आसान तथा कारोबार करने को सुगम बनाने वाला है. उन्होंने कहा कि इस बजट में कृषि से लेकर आधारभूत ढांचे तक सभी क्षेत्रों की ओर ध्यान दिया गया है.