PNB Scam : नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ गैरजमानती वारंट

मुंबई : पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े 12 हजार 700 करोड़ रुपये के कथित घोटाला मामले में शनिवार को यहां की एक विशेष अदालत ने हीरा व्यापारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किये.... धनशोधन रोकथाम कानून के तहत गठित अदालत द्वारा प्रवर्तन निदेशालय की याचिका पर दोनों आरोपियों के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 3, 2018 6:02 PM
an image

मुंबई : पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े 12 हजार 700 करोड़ रुपये के कथित घोटाला मामले में शनिवार को यहां की एक विशेष अदालत ने हीरा व्यापारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किये.

धनशोधन रोकथाम कानून के तहत गठित अदालत द्वारा प्रवर्तन निदेशालय की याचिका पर दोनों आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किये गये. प्रवर्तन निदेशालय उन एजेंसियों में से एक है जो पिछले महीने सामने आये इस बैंक धोखाधड़ी के मामले की जांच कर रही हैं. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने दोनों प्रमुख आरोपियों नीरव और चौकसी को तलब किया था. हालांकि, दोनों हीरा व्यापारी प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश नहीं हुए थे. इसके बाद जांच एजेंसी ने गैर जमानती वारंट जारी करने के लिए धनशोधन रोकथाम अदालत का दरवाजा खटखटाया.

हालांकि, इन दोनों आरोपियों के बारे में माना जाता है कि आपराधिक मामला दर्ज होने से पहले वे देश छोड़ चुके हैं. ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि नीरव मोदी अभी अमेरिका में है और एक पत्र लिखकर कह चुका है कि किसी भी कीमत में वह पीएनबी के कर्ज के पैसे नहीं लौटायेगा.प्रवर्तन निदेशालय ने 27 फरवरी को अदालत का रुख किया था और नीरव के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने का आग्रह किया था. जांच एजेंसी ने अदालत को बताया था कि उसने नीरव को पेशी के लिए तीन बार समन भेजा था.

इससे पहले अमेरिका की एक अदालत ने नीरव मोदी के स्वामित्ववाली कंपनी फायरस्टार डायमंड से लेनदारों के ऋण संग्रह पर अंतरिम रोक लगा दी है. इस कंपनी ने दिवालिया घोषित होने से जुड़ी प्रक्रिया के लिए आवेदन किया है. नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक से करीब दो अरब डॉलर की कथित धोखाधड़ी का आरोप है. न्यू यॉर्क के सदर्न डिस्ट्रिक्ट में दिवाला अदालत ने दो पृष्ठों के आदेश में कहा है कि दिवाला प्रक्रिया के आवेदन के साथ ही संग्रह से जुड़ी अधिकतर गतिविधियों पर स्वत: रोक लग गयी है.

फायरस्टार डायमंड ने अमेरिका में दिवालिया कानून के तहत संरक्षण का दावा किया है. फायरस्टार डायमंड इंक ने अदालत में ‘चैप्टर 11’ याचिका दायर की. कंपनी की वेबसाइट के अनुसार उसका ​परिचालन अमेरिका, यूरोप, पश्चिम एशिया व भारत सहित कई देशों में फैला है. उसने अपनी मौजूदा स्थिति के लिए नकदी व आपूर्ति शृंखला में दिक्कतों को जिम्मेदार बताया है. अदालत में दाखिल दस्तावेजों के अनुसार कंपनी ने 10 करोड़ डाॅलर की आस्तियों व कर्ज का जिक्र किया है. नीरव मोदी, उसके मामा मेहुल चौकसी व उनसे जुड़ी फर्मों पर पीएनबी से 12,717 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप हैं.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version