नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलने के लिए वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने आज एक साथ प्रेस कान्फ्रेंस किया. शीला दीक्षित ने कहा कि अरविंद केजरीवाल व उनके लोगों के धरने की जो तसवीरें मीडिया में आ रही हैं, उसे देख कर शर्म आती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों के साथ उप राज्यपाल के घर धरने पर बैठे हैं, लेकिन संविधान तो न मुख्यमंत्री और न ही उप राज्यपाल बदल सकते हैं. शीला दीक्षित ने कहा कि यह काम संसद ही कर सकती है और इसके लिए अरविंद केजरीवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जाकर मुलाकात करनी चाहिए.
शीला दीक्षित ने कहाकि हमने एनडीए और अपनी पार्टी के केंद्र सरकार के नीचे भी दिल्ली सरकार को सफलता पूर्वक चलाया और एनडीए के कार्यकाल के समय नियुक्त मुख्य सचिव व सीनियर सेक्रेटरी के साथ काम किया. उन्होंने कहा किएनडीए द्वारा नियुक्तचीफ सेक्रेटरीने मुझे कहा था कि वेउन्हें हटाना चाहती हैं तो हटा दें,गृह मंत्रालय से भी ऐसा फोन आया था कि वेमुख्य सचिव को बदलना चाहें तो बदल लें, लेकिन हमने उन्हीं के साथ काम करना तय किया.
शीला दीक्षित ने कहा कि सरकार को इस तरह धरने पर बैठते हुए किसी ने नहीं देखा होगा. उन्होंने कहा कि हमने इन्हीं परिस्थितियों में व केंद्र सरकार के नीचे बिजली का निजीकरण, सीएनजी लागू करने व पानी की व्यवस्था सुधारनेजैसेतीन बड़े काम किये.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि तीनों चुनावहमने पूर्ण राज्य का दर्जा मांग कर लड़ा, लेकिन हमें उसी दौरान यह भी समझ में आ गया कि दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी है और इस कारणपूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिल सकता है. उन्होंने कहा किजमीन व पुलिस पर नियंत्रण देने के लिए केंद्र की सरकार तैयार नहीं थी. उन्होंनेकहा जिस दिनकोई सरकार ऐसा करना चाहेगी उसे इसके लिए संविधान बदलना होगा.
वहीं, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि एक ओर केजरीवाल एलजी के घर एसी रूम में धरने पर बैठे हैं, वहीं भाजपा सीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठी है. उन्होंने कहा कि इस मामले में दोनों की मिलीभगत है. उन्होंने कहा कि ये अपनी नाकामियाें से ध्यान हटाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित के नेतृत्व में 15 साल हमारी सरकार रही और हम छह चुनाव लड़े व जीते. हमने वो कर दिखाया जो पहले कभी नहीं हुआ था.
उन्होंने मीडिया के उन सवालों को खारिज किया कि कांग्रेस आम आदमी पार्टी से गठबंधन करेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल अवसरवादी हैं.