मीडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की तबीयत दोबारा गंभीर हो गयी है. खबरों में कहा जा रहा है कि तबीयत गंभीर होने की वजह से उन्हें एक बार फिर वेंटिलेटर पर रखा गया है. हालांकि, एम्स प्रशासन की ओर से वाजपेयी जी की तबीयत को लेकर जारी हेल्थ बुलेटिन में कहा गया है कि बीते 24 घंटे के दौरान उनकीपिछले 24 घंटों में वाजपेयी की हालत ज्यादा बिगड़ी है. एम्स प्रशासन का कहना है कि उनकी तबीयत बहुत ही नाजुक हो गयी है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है.
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किडनी में संक्रमण, छाती में संकुचन और पेशाब कम होने की वजह से 93 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता वाजपेयी को बीते 11 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पिछले दो महीने से अटल बिहारी वाजपेयी एम्स में भर्ती हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब एम्स में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से मिलने पहुंचे, तो उन्होंने इस दौरान सुरक्षा की भी परवाह नहीं की. वह किसी सुरक्षा के बगैर एम्स पहुंचे और उन्होंने अपने पहुंचने की सूचना भी एम्स प्रशासन को नहीं दी थी.
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए अस्पताल का दौरा किया. उन्होंने अपने आने की सूचना भी अस्पताल प्रशासन को नहीं दी थी. एम्स प्रशासन को प्रधानमंत्री के दौरे के बारे में तभी पता चला, जब वह वहां पहुंचे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी 7, लोक कल्याण मार्ग से एम्स पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने ट्रैफिक नियमों का भी पालन किया. उनकी कार सभी ट्रैफिक सिगनल्स पर रुकते हुए एम्स पहुंची.