बाढ़ की वजह से 17 लोगों की जान चली गयी और भयंकर तबाही हुई. कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य सीतारमण इस बाढ़ प्रभावित जिले का दौरा करने वाले वाली दूसरी केंद्रीय मंत्री हैं. इससे पहले कर्नाटक से आने वाले केंद्रीय मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने जिले का दौरा किया था. जिले में बाढ़ के चलते 5000 से अधिक लोग बेघर हो गये हैं जहां बचाव एवं राहत जोर शोर से चल रहे हैं.
समीक्षा बैठक में जिले के प्रभारी मंत्री सा रा महेश और स्थानीय सांसद प्रताप सिन्हा, जिला प्रशासन के अधिकारी, सरकारी विभागों के अधिकारी और रक्षाकर्मी शामिल हुए. अधिकारियों के अनुसार जिले में 150 फीसद वर्षा हुई है. सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा कि केंद्र अधिकारियों के दल के आकलन तथा राज्य सरकार के नुकसान के अनुमान के बाद राहत एवं पुनर्वास पैकेज की घोषणा करेगा.
केंद्र द्वारा दिये जाने वाले राहत पैकेज के बारे में उन्होंने कोई भी अनुमान लगाने से इंकार कर दिया. रक्षा मंत्री ने कहा, ‘मेरे लिए यह अनुमान लगाना बुद्धिमत्ता नहीं होगा कि केंद्र क्या दे सकता है और केंद्र क्या नहीं दे सकता… किन्तु जब दल आयेंगे तथा जब आकलन किया जायेगा, जिसमें आपकी (राज्य की) सभी जानकारियों पर भी गौर किया जायेगा तथा आपकी जानकारियों के आधार पर ही केंद्रीय आकलन दल किसी राशि को तय करेगा.’
रक्षा मंत्री के कार्यालय ने बाद में एक ट्वीट के जरिये सूचित किया कि मंत्री ने अपनी सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से एक करोड़ रुपये तथा रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम के निगमित सामाजिक दायित्व कोष से सात करोड़ रूपये देने की घोषणा की है.