अधिकारी ने बताया कि जब सुरक्षाबल तलाश अभियान में लगे थे तब आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चलायी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी. पुलिस अधिकारी ने कहा, वहां ना जाने की हमारी अपील के बावजूद लोग अभियान के तुरंत बाद मुठभेड़ स्थल पर गये. उन्होंने सुनी नहीं और सुरक्षाबलों के जाते ही घटनास्थल पर पहुंच गये. उन्होंने कहा, कुछ विस्फोटक फट गये जिससे नागरिकों को चोटें आयी. लारलू के रहनेवाले उबैद लावे की घटना में मौत हो गयी. उन्होंने कहा, घटना में घायल हुए अन्य लोगों को एक अस्पताल ले जाया गया, जबकि कुछ को एसएमएचएस अस्पताल भेज दिया गया जहां दो की मौत हो गयी.
इस बीच, इलाके में युवाओं के समूह और सुरक्षाबलों के बीच झड़प शुरू हो गयी. अधिकारी ने कहा, पुलिस को प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा और झड़पों में करीब 24 लोग घायल हो गये. कुलगाम के विधायक और माकपा नेता एमवाई तरिगामी ने नागरिकों के मारे पर दुख जताया और घटना की जांच की मांग की. उन्होंने कहा, यह भयानक है. इसकी निष्पक्ष जांच की जरूरत है. हम अब रो कर और मांग करके थक चुके हैं, लेकिन संबंधित लोग ध्यान नहीं देते. राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार और डीजीपी दिलबाग सिंह ने भी नागरिकों की मौत पर दुख जताया. पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि मुठभेड़ स्थल की पूरी तरह से छानबीन होने तक नागरिकों को वहां जाने से बचना चाहिए.