तेलंगाना चुनाव: अमित शाह ने किया टीआरएस और कांग्रेस पर हमला, कहा- दलित सीएम का क्या हुआ

हैदराबाद : तेलंगाना के नारायणपेट में रैली को संबोधित करते हुए भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह ने केसीआर और कांग्रेस पर जोरदार हमला किया. उन्‍होंने कहा कि इस बार सूबे में त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है. टीआरएस पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि इस पार्टी ने इतने साल शासन किया और यहां के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 2, 2018 2:21 PM
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हैदराबाद : तेलंगाना के नारायणपेट में रैली को संबोधित करते हुए भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह ने केसीआर और कांग्रेस पर जोरदार हमला किया. उन्‍होंने कहा कि इस बार सूबे में त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है. टीआरएस पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि इस पार्टी ने इतने साल शासन किया और यहां के स्वाभिमान को झुकाने का काम किया. राहुल गांधी और कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए शाह ने कहा कि टीआरएस के अलावा एक और पार्टी है जिसके मुखिया के आदेश पर सिद्धू पाकिस्तान के सेना प्रमुख के गले लगने गये थे.

रैली को संबोधित करते हुए भाजपा अध्‍यक्ष ने कहा कि केसीआर ने यहां के लोगों को चुनाव में धकेला है और यहां की जनता पर करोड़ों का खर्च थोपा है. यहां चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ मई में होते लेकिन भाजपा के डर से केसीआर ने लोगों को चुनाव में धकेल दिया. शाह ने कहा कि मैं केसीआर से पूछना चाहता हूं कि आखिर उन्‍होंने ऐसा क्यों किया ? उनके ऐसा करने से यहां की जनता त्राही-त्राही कर रही है.

केसीआर को पुराने वादों की याद दिलाते हुए शाह ने कहा कि पिछली सरकार ने यहां के हर गरीब को घर देने का वादा किया था लेकिन उन्होंने घर नहीं दिया. यही नहीं केसीआर की सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना को सूबे में लागू नहीं होने दिया. इस योजना का लाभ लेकर देश के दो करोड़ लोगों ने अपना घर बनवाया. यहां के लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिला इसके लिए केसीआर की सरकार जिम्मेदार है.

शाह यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि केसीआर की सरकार ने यहां के लोगों को अयुष्‍मान भारत योजना का लाभ भी नहीं लेने दिया. इस योजना से आपको पांच लाख तक का इलाज मुफ्त में मिल जाता. तेलंगाना के स्वाभिमान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि लिबरेशन डे का दिन ये लोग नहीं मनाते. मैं आपसे वादा करता हूं कि यदि सूबे में भाजपा की सरकार बनी तो हर 17 सितंबर को तेलंगाना के प्रत्येक जिले में लिबरेशन डे मनाया जाएगा. ओवैसी के डर के कारण केसीआर सरकार ने 17 सितंबर को लिबरेशन डे नहीं मनाया.

शाह ने कहा कि तेलंगाना बनाने के लिए जिन्होंने अपनी शहादत दे दी उसकी चिंता केसीआर को नहीं है. केसीआर ने कहा था कि उनकी सरकार बनी तो कोई दलित ही सीएम होगा लेकिन वे खुद ही सीएम बन गये. आगे भाजपा अध्‍यक्ष ने कहा कि टीआरएस और कांग्रेस दोनों ही तुष्‍टीकरण की राजनीति कर रही है. जहां केसीआर की पार्टी मुस्लमानों को 12 प्रतिशत आरक्षण देने की बात करती हैं जो संविधान सम्मत नहीं है तो वहीं कांग्रेस मस्जिदों और चर्च को मुफ्त बिजली देने की बात करती है. मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि मंदिर को मुफ्त बिजली क्यों नहीं भाई…

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