अमेठी के मंदिरों का जीर्णोद्धार करायेंगे राहुल गांधी, भाजपा ने कहा-काम सही, मगर नीयत साफ नहीं

अमेठी : हिंदुत्व के प्रयोगशाला माने जाने वाले भारत की हिंदी पट्टी के तीन राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ आैर राजस्थान के विधानसभा चुनाव में जीत मिलने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मन में मंदिरों के प्रति आस्था जग गयी लगती है. राजनीतिक हलकों में यह माना जा रहा है कि हिंदी भाषी राज्यों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2018 12:54 PM
feature

अमेठी : हिंदुत्व के प्रयोगशाला माने जाने वाले भारत की हिंदी पट्टी के तीन राज्य मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ आैर राजस्थान के विधानसभा चुनाव में जीत मिलने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मन में मंदिरों के प्रति आस्था जग गयी लगती है. राजनीतिक हलकों में यह माना जा रहा है कि हिंदी भाषी राज्यों में कांग्रेस की जीत के पीछे राहुल गांधी का मंदिर-मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करना अहम कारणों में से एक है. शायद यही कारण है कि अब कांग्रेस के अध्यक्ष देश के मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी के मंदिरों का जीर्णोद्धार कराने की ठानी है. इसके लिए उन्होंने यहां के मंदिरों को पैसा भी उपलब्ध कराया है.

इसे भी पढ़ें : राहुल गांधी ने किया भाजपा पर हमला, कहा- मैं ‘हिंदूवादी नेता’ नहीं, बल्कि ‘राष्ट्रवादी नेता’ हूं

हालांकि, आगामी 2019 के चुनाव में भाजपा को पटखनी देने के लिए उन्होंने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से काफी पहले ही हिंदुत्व के एजेंडे को अपना लिया है. अमेठी में राहुल गांधी की आेर मंदिरों के जीर्णोद्धार कराने के मसले पर भाजपा ने कहा कि उनका यह काम तो सही है, लेकिन इसके पीछे उनकी नीयत साफ नहीं है. मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी क्षेत्र में आने वाले मंदिरों को कीर्तन के लिए हार्मोनियम, ढोलक, मंजीरा और करताल जैसे संगीत वाद्ययंत्र भी देने का फैसला किया है. वहीं, अमेठी के ही गौरीगंज स्थित पूरे दुर्गा मंदिर में सोलर लाइट की भी व्यवस्था की गयी है. इतना ही नहीं, राहुल गांधी ने यहां एक सामुदायिक केंद्र के निर्माण के लिए पिछले सितंबर महीने में ही पैसा मंजूर कर दिया था. इसके साथ ही, उन्होंने संग्रामपुर ब्लॉक स्थित कालिका देवी मंदिर में लाइट की व्यवस्था के लिए भी फंड जारी किया है.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस पहल को जहां विपक्षी दलों की आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है, वहीं कांग्रेस समर्थकों में इस बात को लेकर काफी उत्साह का माहौल है. राहुल गांधी के इस बदले रूप को संघ-भाजपा के उन दुष्प्रचारों का जवाब माना जा रहा है, जिसमें ये पार्टियां उनके हिंदू होने पर संदेह करती रही हैं. पार्टी की अमेठी ईकाई के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि भगवा ब्रिगेड राहुल गांधी को क्रिश्चियन महिला का बेटा बुलाते हैं. वे ऐसा प्रचार करते हैं कि राहुल गांधी क्रिश्चियनिटी की ओर ज्यादा झुके हैं, जबकि यह सच आधा है.

मीडिया की खबरों के अनुसार, राहुल गांधी की इस पहल में किसी भी तरह के राजनीतिक संदेश के होने से इनकार करते हुए अमेठी के कांग्रेस अध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा कहते हैं कि जो भी कम किये जा रहे हैं, वह लोगों की जरूरत के मुताबिक किये जा रहे हैं. क्षेत्र के लोगों की मांग पर राहुल गांधी काम कर रहे हैं. वहीं, अमेठी भाजपा के अध्यक्ष उमा शंकर पांडेय ने कहा कि काम अच्छा है, लेकिन नीयत में स्वार्थपरता झलकती है. 2019 के लोकसभा चुनाव आ रहे हैं, इसलिए वे भगवान के दरवाजे को खटखटा रहे हैं.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version