जॉर्ज फर्नांडिस ने राजधानी दिल्ली में अंतिम सांस ली. पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस ने भारतीय राजनीति में ऐतिहासिक योगदान दिया है, फिर चाहे वह रक्षा क्षेत्र में उठाए गए बड़े कदम हों, या फिर इमरजेंसी के दौरान आवाज उठाने का मसला हो, जॉर्ज फर्नांडिस ने हमेशा ही बढ-चढकर सत्ता तक अपनी बात पहुंचायी.
आपको बताते चलें कि जॉर्ज फर्नांडिस 1974 में ऑल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के प्रमुख थे, तब उन्होंने ऐतिहासिक रेलवे हड़ताल की थी जिसने सरकार को हिलाकर रख दिया था. बिहार के मुजफ्फरपुर सीट से वे चार बार सांसद रहे थे.जार्ज 1980 में हुए लोकसभा चुनाव में मुजफ्फरपुर से जीते थे. उन्होंने वीपी सिंह की सरकार में कुछ सालों तक रेलवे मंत्री के पद पर अपनी सेवा दी.
1998 के चुनाव में वाजपेयी सरकार पूरी तरह सत्ता में आयी थी उस वक्त एनडीए का गठन हुआ था. इस वक्त जॉर्ज फर्नांडीस ने एनडीए के संयोजक बनने का काम किया. वे एनडीए की सरकार में दोनों बार रक्षामंत्री बने. वे जब रक्षामंत्री के पद पर थे तभी पाकिस्तान ने भारत पर हमला कर दिया जिसके बाद कारगिल युद्ध हुआ था. भारतीय सेना ने तब ‘ऑपरेशन विजय’ के दौरान पाकिस्तानी सेना के दांत खट्टे कर दिये थे.