कमल हासन ने की कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग, कहा, सरकार डर क्यों रही, जानें जिन्ना ने क्यों किया था इनकार
चेन्नई : पुलवामा अटैक के बाद देश में जो आक्रोश है, उसके बाद तमिलनाडु के मक्कल निधि माईम पार्टी के लीडर और अभिनेता कमल हासन ने जो बयान दिया है, उसपर विवाद शुरू हो गया है. कमल हासन ने कल यहां एक कार्यक्रम में कहा कि हमेशा जवान क्यों शहीद हों? भारत और पाकिस्तान के […]
By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2019 2:09 PM
चेन्नई : पुलवामा अटैक के बाद देश में जो आक्रोश है, उसके बाद तमिलनाडु के मक्कल निधि माईम पार्टी के लीडर और अभिनेता कमल हासन ने जो बयान दिया है, उसपर विवाद शुरू हो गया है. कमल हासन ने कल यहां एक कार्यक्रम में कहा कि हमेशा जवान क्यों शहीद हों? भारत और पाकिस्तान के राजनेता अगर सही तरीके से व्यवहार करें और सही निर्णय लें, तो किसी सैनिक को मरना नहीं होगा. नियंत्रण रेखा पर स्थिति हमेशा नियंत्रण में रहेगी.
Makkal Needhi Maiam leader Kamal Hassan at an event in Chennai yesterday: Why India is not holding a plebiscite in Kashmir? What are they (Indian government) afraid of? pic.twitter.com/9M6bS5JoWV
गौरतलब है कि पाकिस्तान हमेशा विश्व समुदाय के समक्ष कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग करता रहता है, जिसे भारत सिरे से खारिज करता है. लेकिन नवंबर1947 में जब भारत के पहले गवर्नर जनरल कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग लेकर लाहौर गये थे, तो मोहम्मद अली जिन्ना ने इसे अस्वीकार दिया था. वर्ष 2017 में देश में वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने भी कश्मीर समस्या के समाधान के लिए कश्मीर में जनमत संग्रह की मांग की थी, हालांकि उन्हें देश में इस बयान पर किसी का साथ नहीं मिला था.