मोदी ने कहा, ‘अब्दुल्ला परिवार और मुफ्ती परिवार ने जम्मू कश्मीर की तीन पीढ़ियों के जीवन को नष्ट कर दिया. जम्मू कश्मीर का उज्जवल भविष्य उनके हटने के बाद ही सुनिश्चित किया जा सकता है. वे अपने पूरे कुनबे को मैदान में ला सकते हैं, जितना चाहें मोदी को बुरा भला कह सकते हैं लेकिन वे इस देश को बांट नहीं पायेंगे.’
उन्होंने कहा कि राज्य के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें सत्ता से बाहर किये जाने की जरूरत है. प्रधानमंत्री नेशनल कान्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के जम्मू कश्मीर के लिए अलग प्रधानमंत्री की मांग की ओर इशारा कर रहे थे. यद्यपि राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा जिनकी पार्टी 2015 से 2018 तक भाजपा के साथ गठबंधन में राज्य में सत्ता में थी, ने कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव से पहले राजनीतिक परिवारों पर हमले करते हैं और चुनाव के बाद गठबंधन करने के लिए दूत भेजते हैं.
पीडीपी अध्यक्ष ने ट्विटर पर लिखा, ‘क्यों प्रधानमंत्री चुनाव से पहले राजनीतिक परिवारों पर हमले करते हैं और चुनाव के बाद गठबंधन करने के लिए दूत भेजते हैं? 99 में नेशनल कान्फ्रेंस और 2015 में पीडीपी. उन्होंने तब अनुच्छेद 370 पर सत्ता को क्यों चुना? भाजपा मुस्लिमों और अल्पसंख्यकों को ‘बाहर करने’ के अपने ‘विनाशकारी एजेंडे’ से भारत को ‘बांटना’ चाहती है.’
मोदी ने कश्मीरी पंडितों के घाटी छोड़कर जाने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि उनकी सरकार विस्थापित समुदाय को उनके मूल स्थानों पर बसाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में काम शुरू हो चुका है.