राजस्थान का एक अनोखा अस्पताल जहां उपचार से पहले देखी जाती है मरीज की कुंडली

जयपुरः राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक अस्पताल है जहां मरीज के ईलाज की शुरुआत कुंडली देखकर की जाती है. इस अनोखे अस्‍पताल में ज्‍योतिष और मेडिकल साइंस के मेल से मरीजों का इलाज किया जाता है. यहां बकायदा एक ज्‍योतिषी भी मेडिकल टीम का हिस्‍सा है. इसका नाम है यूनिक संगीता मेमोरियल हॉस्पिटल. यहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 28, 2019 12:37 PM
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जयपुरः राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक अस्पताल है जहां मरीज के ईलाज की शुरुआत कुंडली देखकर की जाती है. इस अनोखे अस्‍पताल में ज्‍योतिष और मेडिकल साइंस के मेल से मरीजों का इलाज किया जाता है. यहां बकायदा एक ज्‍योतिषी भी मेडिकल टीम का हिस्‍सा है. इसका नाम है यूनिक संगीता मेमोरियल हॉस्पिटल. यहां के डॉक्‍टरों का कहना है कि ज्‍योतिष विज्ञान न केवल रोगों को पहचानने में मददगार साबित हो रहा है बल्कि यह मरीजों की काउंसलिंग में भी मददगार साबित हो रहा है.

मामले में ज्‍योतिषी पंडित अखिलेश शर्मा ने बताया कि वह अस्पताल में दिनभर में 25 से 30 कुंडलियां देख लेते हैं. मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि हम यहां ज्‍योतिष का प्रयोग केवल रोग की पहचान और जांच के लिए करते हैं. इलाज तो मेडिकल साइंस के अनुसार ही होता है. पंडितजी आगे कहते हैं कि ऐसा इसलिये किया जाता है कि मरीज की बीमारी के निदान में गलती न हो और समय बर्बाद न हो. जयपुर के वैशाली नगर इलाके में स्थित इस अस्‍पताल के सर्जन डॉ. महेश कुलकर्णी ने कहा कि हम यहां ज्‍योतिष और मेडिकल साइंस का तालमेल बैठाने की कोशिश कर रहे हैं.

भारतीय संस्‍कृति में ज्‍योतिष विज्ञान का बहुत महत्‍व है. इस अस्पताल में मरीज की मेडिकल और ज्‍योतिष जांच के परिणामों की तुलना की जाती है. इसके बाद इसी डायग्‍नोसिस के आधार पर आधुनिक तकनीक से मरीजों का इलाज किया जाता है. उन्होंने कहा कि अब तक करीब 70 मरीजों के बारे में कुंडली ने जो कहा वही मेडिकल जांच में भी निकला. इश अस्पताल में 20 से ज्यादा स्टाफ काम करते हैं.

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