उन्होंने राहत एवं बचाव अभियान के साथ-साथ मंत्री गिरीश महाजन का बचाव किया. महाजन उस समय विवादों में घिर गये थे जब एक राहत नौका पर खींची गयी उनका एक सेल्फी वीडियो वायरल हो गया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 2005 की बाढ़ के दौरान सांगली जिले में एक महीने में औसत 217 प्रतिशत बारिश हुई थी और इस बार केवल नौ दिन में 758 प्रतिशत बारिश हुई है.
उन्होंने बताया कि कोल्हापुर में 2005 में एक महीने में 159 प्रतिशत बारिश हुई थी जबकि इस बार नौ दिन में 480 प्रतिशत बारिश दर्ज की गयी. फडणवीस ने बताया कि सांगली जिले में 95 नौकाओं से 101 गांवों में 28,537 परिवारों को बचाया गया जबकि 35 हजार पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया.
उन्होंने कहा कि पानी का स्तर कम होने पर सबसे पहली प्राथमिकता जल आपूर्ति और बिजली आपूर्ति को बहाल करना है. उन्होंने बताया कि कोल्हापुर और सांगली जिलों में 3,78,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया और 306 राहत शिविर बनाये गये हैं. जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन के कारण आलोचनाओं का सामना करने के बारे में फडणवीस ने कहा कि महाजन एक सुदूरवर्ती गांव में पहुंचने में सफल रहे थे और रास्ते में किसी ने वीडियो शूट की और तस्वीरें खींच लीं, जिन्हें सेल्फी के रूप में प्रसारित किया गया.
उन्होंने कहा, ‘हर किसी को एक प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘जब यह पूछा गया कि क्या मैं एक नाव में बचाव कार्यों की समीक्षा करना चाहता हूं. मैंने मना कर दिया क्योंकि मेरी सुरक्षा के लिए दो नावों की आवश्यकता होती और इससे बचाव कार्यों में बाधा आती. मेरा काम स्थानीय प्रशासन को दिशा-निर्देश देना और समझाना है कि सरकार के स्तर पर क्या निर्णय लिये जा रहे हैं.’
बाढ़ पीड़ितों के लिए चावल और गेहूं के थैलों पर उनकी और एक स्थानीय भाजपा विधायक की तस्वीरों वाले स्टीकर लगे होने के संबंध में हो रही आलोचना पर फडणवीस ने कहा कि तस्वीरों की जरूरत नहीं थी, केवल महाराष्ट्र सरकार का उल्लेख होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि बाढ़ के बाद साफ-सफाई और बीमारियों को फैलने से रोकना एक चुनौती होगी. उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर और दो फार्मासिस्ट को आवश्यक दवाओं के साथ हर गांव में भेजा जायेगा.