पाकिस्तान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चेताया, कहा- अब बात होगी तो पीओके पर

पंचकूला : जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाने से बौखलाए पाकिस्तान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर चेताया है. रविवार को हरियाणा के कालका में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान से अब जो भी बात होगी वह पाक अधिकृत कश्मीर यानी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2019 12:57 PM
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पंचकूला : जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाने से बौखलाए पाकिस्तान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर चेताया है. रविवार को हरियाणा के कालका में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान से अब जो भी बात होगी वह पाक अधिकृत कश्मीर यानी पीओके पर होगी.

सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि भारत बालाकोट से भी बड़ा ऐक्शन की तैयारी कर रहा है. इसका मतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री स्वीकार करते हैं, कि भारत ने बालाकोट में कुछ कार्रवाई की थी.

राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को इसके विकास के लिए निष्प्रभावी किया गया. हमारा पड़ोसी अंतरराष्ट्रीय समुदाय का दरवाजा खटखटा रहा है और कह रहा है कि भारत ने गलती की. पाकिस्तान के साथ तभी बातचीत होगी जब वह आतंकवाद को समर्थन देना बंद करेगा. यदि पाकिस्तान के साथ बातचीत होती है तो यह अब पीओके पर होगी.

राजनाथ ने कहा कि पुलवामा में हमारे बहादुर सुरक्षाबलों के साथ जो किया गया, उसके बाद 56 इंच के सीने वाले हमारे प्रधानमंत्री ने फैसला कर लिया कि ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा. पूरे देश ने देखा कि एयरफोर्स के हमारे जवान बालाकोट में जाकर आतंकियों का सफाया करने में कामयाब रहे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पीएम पहले कहते नजर आते थे कि कुछ नहीं हुआ है, एक आदमी भी नहीं मरा, अभी पीओके में खड़े होकर कह रहे थे कि भारत बालाकोट एयर स्ट्राइक से भी बड़ी स्ट्राइक करने के बारे में प्लान बना रहा है.

रक्षा मंत्री ने कहा कि इससे साफ है कि पाक पीएम ने भी स्वीकार कर लिया है कि बालाकोट में भारत ने बड़ी तबाही मचाने का काम किया था. उन्होंने कहा किपीएम मोदी हमें बार-बार कहते हैं कि देखिए चुनावी घोषणापत्र में किये गये वादों पर अमल हो रहा है कि नहीं. प्राण जाए पर वचन ना जाए. यही हमारा संकल्प है.

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