नयी दिल्ली : यूट्यूब पर संदिग्ध रूप से सामुदायिक दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाली अनुचित या अनुपयुक्त सामग्री की जानकारी देने में भारत सबसे आगे है. भारत इस सूची में अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील और रूस से आगे है.
यूट्यूब सामुदायिक दिशानिर्देश(यूट्यूब कम्युनिटी गाइडलाइंस) रिपोर्टअनुसार अप्रैल-जून, 2019 के दौरान वैश्विक स्तर पर प्रयोगकर्ताओं ने 1.08 करोड़ अनुपयुक्त वीडियो के बारे में जानकारी दी.
भारत इस सूची में सबसे आगे रहा है. उसके बाद अमेरिका, ब्राजील, इंडोनेशिया, मेक्सिको और ब्रिटेन का स्थान है. यह सूची प्रत्येक देश द्वारा अलग-अलग से अनुपयुक्त सामग्री के बारे में दी गई जानकारी के आधार पर बनायी गई है.
हालांकि, इस बारे में विभिन्न देशों का अलग-अलग आंकड़ा नहीं दिया गया है. पिछले संस्करण जनवरी-मार्च, 2019 में भी भारत इस सूची में सबसे आगे था. प्रयोगकर्ता कई कारणों मसलन स्पैम, हिंसा, नफरत फैलाने वाली सामग्री या लैंगिक रूप से अनुपयुक्त सामग्री के बारे में जानकारी देते हैं.
इससे पहले यूट्यूब ने जानकारी दी थी कि उसने घृणा फैलाने वाले करीब एक लाख वीडियो हटाए हैं. साथ ही ऐसे वीडियो डालने वाले 17 हजार से अधिक चैनलों को निरस्त किया. वहीं दूसरी तिमाही में 50 करोड़ से अधिक कमेंट भी यूट्यूब से हटाए गए.
यू ट्यूब ने बुधवार को ब्लॉगपोस्ट में कहा कि उसने अकेले नफरत फैलाने वाले एक लाख से अधिक वीडियो हटाये हैं. इसी वजह से 17,000 से अधिक चैनलों को बंद किया गया है. दूसरी तिमाही में कुल मिलाकर 50 करोड़ से अधिक टिप्पणियां हटायी गई हैं.
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