महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव नतीजे पर बोली कांग्रेस- भाजपा के पतन की शुरुआत

नयी दिल्ली : कांग्रेस ने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को भाजपा की नैतिक हार करार देते हुए बृहस्पतिवार को दावा किया कि इस परिणाम ने सत्तारूढ़ पार्टी के झूठे दावों का पर्दाफाश कर दिया है और यह भाजपा के पतन की शुरुआत है. ... पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने ट्वीट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2019 10:12 PM
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नयी दिल्ली : कांग्रेस ने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को भाजपा की नैतिक हार करार देते हुए बृहस्पतिवार को दावा किया कि इस परिणाम ने सत्तारूढ़ पार्टी के झूठे दावों का पर्दाफाश कर दिया है और यह भाजपा के पतन की शुरुआत है.

पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने ट्वीट कर कहा, भाजपा ने मतदाताओं को हल्के में लिया और उनके अहंकार को मुंहतोड़ जवाब मिला है. विधानसभा चुनाव और उपचुनावों के नतीजे भाजपा के पतन की शुरुआत है. कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने दावा किया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हरियाणा में जीत का जो दावा किया है उसमें कोई दम नहीं हैं क्योंकि वहां उनकी पार्टी ने सिर्फ बहुमत नहीं खोया है, बल्कि लोकसभा चुनाव के मुकाबले उसके वोट प्रतिशत में भी 22 फीसदी की गिरावट आयी है. उन्होंने हरियाणा में सरकार बनाने के दावे के संदर्भ में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अपील के मुताबिक, सभी भाजपा विरोधी दलों को साथ आकर सरकार गठन करना चाहिए क्योंकि यह जनादेश भाजपा के खिलाफ है.

शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, हम जनादेश को सम्मान और विनम्रता से स्वीकार करते हैं. भाजपा की नैतिक हार हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह और उनका समूचा नेतृत्व जमीनी हकीकत से दूर था और उनका पूरा प्रचार उन मुद्दों पर केंद्रित था जो आम लोगों से जुड़े नहीं थे. भ्रामक प्रचार हुआ, व्यवस्था का दुरुपयोग किया गया. किसान परेशान हैं, अर्थव्यवस्था चरमरा रही है, बेरोजगारी बढ़ रही है. बाजार और रुपया टूट रहा है. इन मुद्दों पर बात नहीं की गयी. उन्होंने कहा, लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना को 52 फीसदी वोट मिला. विधानसभा क्षेत्रों के लिहाज से देखें तो भाजपा और शिवसेना की 224 सीटों पर बढ़त थी. दावा था 240 का और आयीं 154. ये फर्क चार महीनों में पड़ा है.

कांगेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, हरियाणा में भाजपा के पास वोट 58.2 फीसदी था और 79 विधानसभा सीटों पर बढ़त थी पर अब भाजपा बहुमत खो चुकी है. ये भाजपा की नैतिक हार हुई है. अमित शाह के इस मत से सहमत नहीं हैं कि भाजपा की हार हुई है. अगर उनके इस दावे की मानें तो जीत की परिभाषा बदलनी पड़ेगी. शर्मा ने कहा, भाजपा के लिए जश्न मनाने का दिन नहीं है. हमें लगा था कि उनके अहंकार पर अंकुश लगाने में समय लगेगा, लेकिन महाराष्ट्र और हरियाणा के मतदाताओं ने पूरी परिपक्वता दिखायी और राजनीतिक संतुलन बनाने की कोशिश की है. यह अभी शुरुआत है. उन्होंने कहा, सरकार की नीतियों के खिलाफ जागरूकता पैदा करने की जरूरत है. कांग्रेस ने पहले भी कहा था कि देश के सामने गहरा संकट है, लेकिन सरकार को इसकी जरा भी चिंता नहीं है. शर्मा ने कहा कि इस बार जनता ने उन नेताओं का हिसाब लिया है जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गये थे.

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