सोमवार को केवल इवन नंबर की अनुमति
दिल्ली की लगातार खराब होती स्थिति को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने फैसला किया कि शहर की सड़कों पर वाहनों का दवाब घटाया जाए. इसके लिए दिल्ली सरकार ऑड-इवन फार्मूला लेकर आई. इसके तहत फैसला लिया गया कि दिल्ली में एक दिन ऑड नंबर वाली गाड़ियां चलेंगी तो वहीं एक दिन केवल इवन नंबर वाली गाड़ियां ही चलेंगी. फैसला लागू होने के बाद पहले दिन यानी सोमवार को दिल्ली में केवल इवन नंबर वाली गाड़ियां ही चलाने की अनुमति थी.
विजय गोयल ने किया अभियान का विरोध
दिल्ली सरकार का फैसला पर्यावरण के लिहाज से जरूर सराहनीय कहा जा रहा है लेकिन विपक्षी दलों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. दिल्ली विधानसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय गोयल अपने आवास से ऑड नंबर वाली गाड़ी लेकर निकले और केजरीवाल सरकार के फैसले का विरोध किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की ये योजना केवल दिखावा और नौटंकी है.
उन्होंने कहा कि जब दिल्ली सरकार ये मान रही है कि दिल्ली पराली जलाने और निर्माण कार्य के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है तो फिर ऑड-इवन योजना का औचित्य क्या है? उन्होंने कहा कि मैं सरकार के फैसले से सहमत नहीं हूं और उल्लंघन करने पर जुर्माना भरने को तैयार नहीं हूं.
इवन नंबर की गाड़ी में निकले केजरीवाल
इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रियों गोपाल राय और सत्येंद्र जैन के साथ अपने-अपने ऑफिस के लिए इवन नंबर वाली गाड़ी से निकले तो वहीं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने आवास से ऑफिस तक का सफर साइकिल से तय किया. अपनी योजना के समर्थन में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में प्रत्येक दिन तकरीबन 30 लाख गाड़ियां चलती हैं.
उन्होंने कहा कि इस योजना के लागू होने के बाद शहर में रोज 15 लाख गाड़ियां कम चलेंगी जिसका निश्चित रूप से फायदा होगा. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि लोग हमारा सहयोग कर रहे हैं.