संसदीय समिति की सिफारिश- कैंसर रोगियों को इलाज की समूचित सुविधा के लिये बने विशिष्ट केन्द्र

नयी दिल्लीः विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी और पर्यावरण पर विभाग संबंधी संसद की स्थायी समिति ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में सरकार को देश में कैंसर के रोगियों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि को देखते हुये इलाज की सीमित सुविधाओं की समस्या से निपटने के लिये पूरे देश में विशिष्ट इलाज केन्द्र (ट्रीटमेंट हब) बनाने की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 11, 2019 4:00 PM
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नयी दिल्लीः विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी और पर्यावरण पर विभाग संबंधी संसद की स्थायी समिति ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में सरकार को देश में कैंसर के रोगियों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि को देखते हुये इलाज की सीमित सुविधाओं की समस्या से निपटने के लिये पूरे देश में विशिष्ट इलाज केन्द्र (ट्रीटमेंट हब) बनाने की सिफारिश की है. इससे मरीजों को एक ही स्थान पर कैंसर के इलाज की सुविधा मिल सके और उन्हें लंबी दूरी तय कर इलाज के लिये महानगरों में न जाना पड़े.

विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन पर विभाग संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष एवं कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश ने सोमवार को राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को समिति की रिपोर्ट सौंप दी. उपराष्ट्रपति कार्यालय ने ट्विटर पर बताया कि सभापति को समिति की 235वीं रिपोर्ट सौंपी गयी.

परमाणु ऊर्जा विभाग की विस्तारित भूमिका” विषय पर आधारित इस रिपोर्ट में भारत में कैंसर के इलाज की सुविधाओं का दायरा बढ़ाने की विस्तृत सिफारिश की गयी हैं. समिति के सदस्य और सपा के राज्यसभा सदस्य रवि प्रकाश वर्मा ने बताया कि समिति ने कैंसर के इलाज की सुविधाओं के विस्तार के लिये मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल कैंसर शोध एवं उपचार केन्द्र के नेटवर्क को देशव्यापी बनाने को कहा है.

उन्होंने बताया कि टाटा मेमोरियल के मुंबई में कैंसर के एक ही स्थान पर पूरे इलाज के लिये संचालित ट्रीटमेंट हब की तर्ज पर देश के विभिन्न इलाकों में इसका विस्तार करने की सिफारिश की है. वर्मा ने बताया कि विशिष्ट इलाज केन्द्रों की जगह चिह्नित करने के लिये समिति ने सरकार को एक कार्यबल का गठन करने की सिफारिश की है.

साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय को कैंसर के इलाज में जरूरी कीमोथैरेपी और रेडियोथैरेपी सहित अन्य सुविधाओं के विस्तार में परमाणु ऊर्जा विभाग के साथ सामंजस्य कायम कर कार्ययोजना बनाने को भी कहा है. वर्मा ने कहा कि समिति ने उत्तर और पूर्वोत्तर राज्यों में कैंसर के रोगियों की संख्या में सर्वाधिक इजाफे को देखते हुये इन इलाकों में ट्रीटमेंट हब यथाशीघ्र बनाने और इस काम में राज्य सरकारों को अपेक्षित सहयोग करने को कहा है.

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