उन्होंने बताया कि इसके विरोध में अभिभावकों और कुछ राजनीतिक दलों ने सोमवार को स्कूल तक मार्च निकाला और दोनों शिक्षकों को हटाने की मांग की. अभिभावक-शिक्षक संघ (पीटीए) ने भी इसी तरह की मांग की थी, जिसके बाद प्रधानाध्यापक ने दोनों शिक्षकों को छुट्टी पर जाने के लिए कहा.
सूत्रों ने बताया कि यह पुस्तिका पांचवीं से सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों को ‘ गणित क्लब’ गतिविधि के तहत वितरित की गयी थी और कहा गया था पुस्तिका में लिखी प्रार्थना रोज पढ़ने से गणित पढ़ने में उन्हें मदद मिलेगी. 12 पंक्तियों की ‘गणित प्रार्थना’ को दो शिक्षकों में से एक राजलक्ष्मी ने लिखा है, जिन्हें छुट्टी पर जाने के लिए कहा गया है.
स्कूल का दौरा करने वाले सहायक शिक्षण अधिकारी (एईओ) राजकुमार ने बताया कि जल्द ही इस मामले में रिपोर्ट सामान्य शिक्षा विभाग के निदेशक को सौंपी जायेगी. इसके साथ ही, पीटीए और प्रधानाध्यापक की रिपोर्ट भी संलग्न की जायेगी. अधिकारी ने कहा कि यह सरकारी स्कूल है.
आरोप है कि शिक्षकों ने धार्मिक चिह्नों का इस्तेमाल किया, जो नियमों के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों की ओर से लापरवाही हुई है. इस बीच प्रार्थना लिखने वाली शिक्षिका राजलक्ष्मी ने पुलिस के समक्ष दर्ज शिकायत में आरोप लगाया है कि उन्हें फोन पर धमकी मिल रही है.