मोदी सरकार के 100 दिन और 10 विवाद

नयी दिल्ली:मोदी की लाख कोशिशों के बावजूद सरकार के मंत्री व उनके परिवार के लोग विवाद में पड़ने से नहीं बच सके. मोदी के बाद सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह पर पैसे लेकर ट्रांसफर कराने के आरोप लगे. रेलमंत्री सदानंद गौड़ा के कार्तिक गौड़ा पर कन्नड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2014 3:13 PM
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नयी दिल्ली:मोदी की लाख कोशिशों के बावजूद सरकार के मंत्री व उनके परिवार के लोग विवाद में पड़ने से नहीं बच सके. मोदी के बाद सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह पर पैसे लेकर ट्रांसफर कराने के आरोप लगे. रेलमंत्री सदानंद गौड़ा के कार्तिक गौड़ा पर कन्नड़ फिल्मों की एक अभिनेत्री ने दुष्कर्म करने का आरोप लगाया व कार्तिक के बेटे की मां बनने की बात कहते हुए गौड़ा परिवार को खुद को बहू के रूप में अपनाने को कहा.

गृहमंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान पर देश भर में हंगामा मच गया, जिसमें उन्होंने कहा कि चीनी सैनिक ही नहीं हमारे सैनिक भी गलती से चीन की सीमा में प्रवेश कर जाते हैं. राजनाथ के इस बयान पर काफी हंगामा हुआ व लोगों ने इसकी निंदा की. मोदी सरकार के ताकतवर मंत्री और सरकार में नंबर तीन की हैसियत रखने वाले अरुण जेटली के द्वारा टूरिज्म को बढ़ावा देने वाले एक कार्यक्रम में दुष्कर्म को छोटी-मोटी घटना बताने व इसे मीडिया में ज्यादा तवज्जो देने से पर्यटन उद्योग को नुकसान होने की बात कहने पर काफी बवाल खड़ा हो गया. जेटली के इस बयान पर भाजपा के तीसरी पंक्ति के नेता कीर्ति आजाद ने भी जेटली को जुबान संभाल कर बोलने की नसीहत दे दी.

मोदी सरकार के 100 दिन में ही परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की जासूसी का मामला पूरे जोर-शोर से उठा. हालांकि गडकरी ने जासूसी की घटना से इनकार किया. बाद में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के दौरे के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बयान से इस मामले का खुलासा हुआ. उन्होंने कहा कि दो मित्र देश एक-दूसरे की जासूसी करें यह उचित नहीं है. मंत्री के परिवार के अलावा मोदी सरकार के मंत्रियों पर भी सीधे आरोप लगे. भाजपा में मिस्टर क्लीन माने जाने वाले स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन पर एक ईमानदार अफसर का ट्रांसफर करने का आरोप लगा. आरोप लगा कि डॉ हर्षवर्धन ने यह कार्रवाई भाजपा के ताकतवर महासचिव जेपी नड्डा के कहने पर की. डॉ हर्षवर्धन ने स्कूलों में सेक्स एजुकेशन को वल्गर व एड्स रोकने के लिए भारतीय संस्कृति को अपनाने की बात कह कर भी विवाद खड़ा कर दिया. बाद में उन्हें अपनी बातों से पीछे हटना पड़ा.

मोदी सरकार की अहम मंत्री स्मृति ईरानी की डिग्री को लेकर विवाद छिड़ गया. आरोप लगे कि उन्होंने अलग-अलग शपथ पत्र में अपनी अलग-अलग शिक्षा व डिग्री का उल्लेख किया. ईरानी के खिलाफ मोदी की प्रशंसक मानी जाने वाली लेखिका मधु किश्वर ने ही मोर्चा खोल दिया. बाद में दिल्ली यूनिवर्सिटी के चार साल बनाम तीन साल के डिग्री पाठ्यक्रम को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ. मोदी सरकार की अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला के बयान से भी खासा विवाद उत्पन्न हुआ. नजमा पर आरोप लगा कि उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने सभी भारतीयों के लिए हिंदू शब्द के प्रयोग की बात कही. बाद में सफाई देते हुए.

हेपतुल्लाह ने कहा कि उन्होंने हिंदू नहीं हिंदी शब्द का प्रयोग किया था. भाजपा नेता प्रभात झा के उस बयान पर भी काफी हंगामा मचा जिसमें उन्होंने टमाटर की कीमत बढ़ने के मीडिया के सवाल पर कहा कि टमाटर लाल-लाल गाल वाले अमीर लोग लोग खाते हैं. इसे आम आदमी नहीं खाता. गोरखपुर से भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ के बयान पर भी हंगामा मचा. आदित्यनाथ ने अपने बयान में कहा कि जहां मुसलिम आबादी अधिक है, वहीं दंगे होते हैं और जहां मुसलिम बहुसंख्यक हैं, वहां दूसरे समुदाय के कोई जगह नहीं है.

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