सुषमा ने कहा, अलगाववादियों से बात कर पाकिस्‍तान ने खेल खुद खराब किया

न्‍यूयार्क : सुषमा स्‍वराज ने कहा के पाकिस्‍तान ने हुर्रियत नेताओं से बातचीत कर भारत और पाके के बीच शांति वार्ता में खेल खुद खराब किया है. इससे पूर्व पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रीय सुरक्षा एवं विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा था कि दिल्‍ली और इस्‍लामाबाद के बीच बातचीत तभी होगी जब भारत पहल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2014 12:01 PM
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न्‍यूयार्क : सुषमा स्‍वराज ने कहा के पाकिस्‍तान ने हुर्रियत नेताओं से बातचीत कर भारत और पाके के बीच शांति वार्ता में खेल खुद खराब किया है. इससे पूर्व पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रीय सुरक्षा एवं विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा था कि दिल्‍ली और इस्‍लामाबाद के बीच बातचीत तभी होगी जब भारत पहल करेगा.

इस पर सुषमा ने कहा कि नयी मोदी सरकार ने पाकिस्‍तान को बातचीत के कई मौके दिये. लेकिन पाकिस्‍तान ने अपने रवैये के अनुरुप बाचतीच का रास्‍ता नहीं छोड़ा. सुषमा ने आइबीएसइ विदेश मंत्रियों से बातचीत के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ये बातें कहीं.गौरतलब है कि पिछले माह भारत ने पाकिस्‍तान-भारत विदेश सचिवों की बैठक का विरोध किया था.

भारत ने कहा था कि पाकिस्‍तानी अलगाववादियों से मुलाकात और शांति की बात एकसाथ संभव नहीं है. सुषमा की यह प्रतिक्रिया पाक की ओर से अजीज के बयान के बाद आयी कि भारत ने वार्ता का विरोध कर बातचीत के रास्‍ते बंद किये हैं. अजीज ने कहा कि भारत ने 25 अगस्‍त की वार्ता को विफल किया है, अब भारत ही पहल करे.

सुषमा ने कहा, पहले और बाद का सवाल नहीं है. यह प्रतिक्रिया उस समय क्‍यों नहीं आयी जब बातचीत की पहल हमारी ओर से की गयी थी.सुषमा ने कहा कि प्रधानमंत्री के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने आये पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने जैसे ही मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता शुरू की थी वैसे ही बाघा-अटारी सीमा पर भी द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो जानी चाहिए थी.

भारत ने इसके लिए प्रस्‍ताव भी भेजा था. उन्‍होंने कहा कि शरीफ ने सुक्षाव दिया था कि कि विदेश सचिवों की बैठक होनी चाहिए और हम इसके लिए तैयार भी थे. परंतु वार्ता से पहले ही जिस प्रकार की नीति पाक ने 25 अगस्‍त को अपनायी, इससे उन्‍होंने खेल खुद खराब किया.

अजीज ने यह भी कहा था कि पाकिस्‍तान की ओर से अलगाववादियों से बातचीत कोई नयी बात नहीं है. पिछले 20 सालों से यह सिलसिला चलता आ रहा है. इसपर सुषमा ने कहा कि किसी एक हुर्रियत नेता से बातचीत की बात समझ में आती है, लेकिन पाकिस्‍तानी नेता यहां आकर पूरे समूह को भड़काने का काम करते हैं.

यह पहली बार हुआ था कि नवाज शरीफ भारत में आये और उन्‍होंने उनसे बात नहीं की, क्‍योंकि उन्‍हें भारत के संकेतों का अंदाजा था. लेकिन किसी भी वार्ता से पहले पाक राजदूत हुर्रियत नेताओं से जरुर मिलते हैं.सुषमा ने कहा वे अजीज से बातचीत नहीं करेंगी. पिछली बार सुषमा ने संघाई सहयोग संगठन के सम्‍मेलन में ममता और अजीज की मुलाकात हुई थी.

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