देवेंद्र फड़नवीस हैं महाराष्‍ट्र सीएम की दौड़ में सबसे आगे!

नयी दिल्‍ली : महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. चुनावी रूझानों और अबतक आये परिणामों से स्‍पष्‍ट है कि राज्‍य में अगर कोई सरकार बनेगी तो वह भाजपा के नेतृत्‍व में ही बनेगी. भाजपा की ओर से मुख्‍यमंत्री पद की दौड़ में नितिन गडकरी और प्रकाश जावेडकर जैसे दिग्‍गज नेता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 19, 2014 4:03 PM
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नयी दिल्‍ली : महाराष्‍ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. चुनावी रूझानों और अबतक आये परिणामों से स्‍पष्‍ट है कि राज्‍य में अगर कोई सरकार बनेगी तो वह भाजपा के नेतृत्‍व में ही बनेगी. भाजपा की ओर से मुख्‍यमंत्री पद की दौड़ में नितिन गडकरी और प्रकाश जावेडकर जैसे दिग्‍गज नेता शामिल हैं. जबकि प्रदेश के नेताओं में प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष देवेंद्र फड़नवीस, विधान परिषद में पार्टी के नेता विनोद तावड़े, दिवंगत दिग्‍गज नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे व एकनाथ खडसे शामिल हैं.

प्रकाश जावडेकर जहां पुणे से आते हैं वहीं नितिन गडकरी विदर्भ वाले इलाके का प्रतिनिधित्‍व करते हैं. नितिन गडकरी के राजनीतिक महत्‍व को देखते हुए इस बात की संभावना कम है नरेंद्र मोदी उन्‍हें दिल्‍ली से मुंबई प्रदेश का कमान संभालने के लिए भेजेंगे. गडकरी राजनीतिक जोड़-तोड़ में माहिर हैं और कई मौकों पर वे मोदी व पार्टी के लिए राष्‍ट्रीय राजनीति में अहम भूमिका नि भाते रहे हैं, वहीं जावडेकर पर तीन अहम मंत्रालयों की मोदी ने जिम्‍मेवारी दे रखी है. इससे उन्‍हें भी राज्‍य में भेजने की संभावना थोड़ी कम हो जाती है. ये दोनों दिग्‍गज नेता ब्राह्मण समुदाय से आते हैं.

देवेंद्र फड़नवीस भी विदर्भ क्षेत्र से ही हैं और वे भी ब्राह्मण समुदाय से आते हैं. इसके बावजूद उनकी मुख्‍यमंत्री बनने की संभावना दूसरे नेताओं से ज्‍यादा हैं. इसके कारण भी हैं. फड़नवीस युवा हैं, मात्र 44 वर्ष की उम्र में उन्‍होंने प्रदेश अध्‍यक्ष के रूप में पार्टी के लिए शानदार काम किया है. उनके ही नेतृत्‍व में पार्टी पहली बार तीन अंकों में अपनी जीत दर्ज करा सकी है. फड़नवीस को सीएम चुनने पे भाजपा को एक लाभ यह होगा कि इससे विदर्भ के लोगों की भावनाएं तुष्‍ट हो जायेंगी.

उल्‍लेखनीय है कि मोदी चुनाव प्रचार के दौरान यह कह चुके हैं कि वह महाराष्‍ट्र का बंटवारा नहीं होने देंगे. इससे विदर्भ क्षेत्र के किसी व्‍यक्ति को मुख्‍यमंत्री बनाने से अलग राज्‍य गठन की मांग भी स्‍वत: कमजोर हो जायेगी. फड़नवीस मुख्‍यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं. यहांतक कि शिवसेना के नेता मनोहर जोशी ने भी भाजपा की इस बड़ी जीत का श्रेय फड़नवीस को ही दिया और कहा कि मोदी लहर जैसी कोई चीज नहीं थी फड़नवीस के मेहनत ने भाजपा को इतनी सीटें दिलायी हैं.

भाजपा के दिवंगत दिग्‍गज नेता गोपीनाथ मुंडे की बड़ी बेटी पंकजा मुंडे ने भी शानदार जीत दर्ज की है. पंकजा महिला युवा हैं. अगर भाजपा पंकजा को मुख्‍यमंत्री के रूप में पेश करती है तो वह महाराष्‍ट्र महिला मुख्‍यमंत्री होंगी. हालांकि पंकजा ने कहा के अगर पार्टी उनका नाम प्रस्‍तावित करती है तो उन्‍हें कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन वे मुख्‍यमंत्री की दावेदारी पेश नहीं करेंगी. पंकजा पिछड़ी जाति से आती है और पिछड़ी जाति का अच्‍छा वोटबैंक हैं. इसके साथ ही पंकजा के पिता गोपीनाथ मुंडे की स्‍वच्‍छ छवि से उन्‍हें जनता का भरपूर समर्थन मिला था.

वहीं विधान परिषद में पार्टी के नेता के रूप में विनोद तावड़े की दावेदारी भी स्‍वत: प्रबल है. वे कोंकण क्षेत्र से आते हैं और वे गडकरी के करीबी भी माने जाते हैं. एकनाथ खडसे भी सीएम पद के दावेदार हैं. नितिन गड़करी ने हालांकि केन्‍द्र की राजनीति छोड़कर राज्‍य में आने से मना किया है. उन्‍होंने कहा कि वे केन्‍द में ही खुश हैं. रविवार को शाम छह बजे पार्टी के पार्लियामेंटरी बोर्ड की बैठक में महाराष्‍ट्र के सीएम पर फैसला लिया जाना है. अगर इसमें गड़करी का नाम भी आता है तो वे इंकार नहीं कर पायेंगे. वैसे यह फैसला नरेंद्र मोदी की इच्‍छा से ही लिया जायेगा.

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