अमेरिकी प्रतिष्‍ठान उड़ाने की साजिश, सॉफ्टवेयर इंजीनियर गिरफ्तार, ISIS से संपर्क की आशंका

मुंबई : महाराष्ट्र के आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने अमेरिकी प्रतिष्‍ठान को उड़ाने की साजिश करने के आरोप में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है.... सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार शख्‍स को इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) से हमदर्दी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2014 9:35 PM
an image

मुंबई : महाराष्ट्र के आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने अमेरिकी प्रतिष्‍ठान को उड़ाने की साजिश करने के आरोप में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है.

सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार शख्‍स को इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) से हमदर्दी रखने वाला बताया गया है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार शख्‍स अमेरिकी प्रतिष्‍ठान के अलावे शहर में एक स्कूल को भी उड़ाने की कथित रुप से साजिश रच रहा था और इसी के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया है.

एटीएस ने कल 24 साल के अनीस अंसारी को अंधेरी इलाके में स्थित उसके दफ्तर से गिरफ्तार किया और उसे अदालत में पेश किया गया. एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि अदालत ने उसे 26 अक्तूबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है. अधिकारी ने कहा कि अंसारी ने ऑनलाइन चैट के दौरान बांद्रा में एक स्कूल सहित अमेरिकी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की साजिश का संकेत दिया था.

अंसारी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120:बी: तथा 302 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था. उसने ऑनलाइन संवाद में आइएसआइएस के लडाकों के प्रति सहानुभूति जताई थी और अमेरिकियों को उत्पीडन करने वाला बताया था. एटीएस ने उसके कंप्यूटर, मोबाइल फोन जब्त कर लिया है.

एटीएस के अधिकारी ने कहा, ऑनलाइन पोस्ट पर नजर रखने वाली हमारी पुलिस टीम को उसकी संदिग्ध गतिविधियों पर शक हुआ जिसमें यह बात सामने आयी कि वह एक ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में बैठे दो लोगों से ऑनलाइन चैट कर रहा था जिनको चरमपंथी विचारधारा को लेकर राजी किया गया था.

अधिकारी ने दावा किया कि उसने पर्याप्त सबूत एकत्र किए हैं जिनसे संकेत मिलता है कि अंसारी ने एक फर्जी नाम से एक फेसबुक अकाउंट बनाया था और वह कुछ समय से उस व्यक्ति से सम्पर्क में था. उन्होंने कहा, ऑनलाइन चैट से यह संकेत मिला कि उसने अमेरिकी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का संकेत दिया था.

अधिकारी ने कहा, उसने चैट के दौरान करीब दो वर्षों तक दो लोगों के साथ कई आइएसआइएस से संबंधित जेहादी सामग्री, वीडियो और साहित्य साझा किए. अंसारी उपनगरीय इलाके कुर्ला में अपने परिवार के साथ रहता था. सूत्रों का कहना है कि उसने एक महीने पहले पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था. इससे जांच अधिकारियों को संदेह है कि वह आइएसआइएस को सहयोग देने अथवा उसके साथ जुडने के लिए देश छोड़ने की योजना बनाई थी.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version