गुलाब नबी ने कहा,मोदी की घोषणा राज्य की जनता के साथ मजाक

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में सत्तारुढ नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बाढ पीडितों के लिए घोषित 745 करोड रुपये की आर्थिक सहायता को ‘बडी निराशा’ और ‘मजाक’ करार दिया है.... प्रधानमंत्री मोदी के घाटी से रवाना होने के बाद राजनीतिक दलों ने तत्काल प्रतिक्रिया जताई. एनसी के प्रवक्ता ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2014 8:06 AM
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श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में सत्तारुढ नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बाढ पीडितों के लिए घोषित 745 करोड रुपये की आर्थिक सहायता को ‘बडी निराशा’ और ‘मजाक’ करार दिया है.

प्रधानमंत्री मोदी के घाटी से रवाना होने के बाद राजनीतिक दलों ने तत्काल प्रतिक्रिया जताई. एनसी के प्रवक्ता ने सहायता की घोषणा को बडी निराशा बताया. मोदी करीब चार घंटे तक घाटी में रुके. एनसी के प्रवक्ता ने कहा कि लोगों को बहुत उम्मीद थी कि मोदी महत्वपूर्ण घोषणा करेंगे, लेकिन जिस पैकेज का ऐलान किया है कि वह पर्याप्त नहीं है.

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस दौरे से पहले लोग मुख्यमंत्री की यह कह कर आलोचना कर रहे थे कि उमर नाकाम रहे हैं और अब मोदी हमें बचाने आएंगे. अब उन लोगों को यह मान लेना चाहिए कि उनकी आलोचना और उम्मीदें कितनी गलत थीं.’’ पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब नबी आजाद ने प्रधानमंत्री की ओर से की गई घोषणा को ‘राज्य की जनता के साथ मजाक’ करार दिया. दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने कहा कि यह पैकेज बहुत कम है तथा उनके दौरे का मकसद सिर्फ आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की मदद करना है.

चाको ने कहा, ‘‘मोदी राज्य का दौरा कर रहे हैं क्योंकि चुनाव होने जा रहे हैं. पूरा देश जानता है कि प्रधानमंत्री के दौरे से कश्मीर को मदद नहीं मिलने वाली है, लेकिन उनकी पार्टी को मदद मिलेगी. प्राकृतिक आपदा प्रभावित राज्य में राजनीति करना बहुत अनुचित है.’’ भाजपा ने इस आरोप को खारिज करते हुए कहा कि यह दौरा बाढ से प्रभावित लोगों के घाव पर मरहम का काम करेगा.

पार्टी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘‘इसका वोट से कोई लेनादेना नहीं है. प्रधानमंत्री भाजपा के नहीं है. वह पूरे देश और हर नागरिक के प्रधानमंत्री हैं. वह कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश के हर नागरिक के प्रधानमंत्री हैं.’’ जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि इसको लेकर कुछ स्पष्टता होगी कि क्या यह पैसा संपूर्ण पैकेज की एक किस्त भर है.

उमर ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद थी कि पैकेज की मंजूरी के संदर्भ में कुछ संकेत मिलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.’’ जम्मू-कश्मीर की मुख्य विपक्षी पीडीपी ने कहा कि यह आखिरी पैकेज नहीं होना चाहिए क्योंकि तबाही बहुत बडे पैमाने पर हुई है. पार्टी के प्रवक्ता नईम अख्तर ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि कश्मीर घाटी में यह पहली किस्त आ रही है.’’ माकपा नेता मोहम्मद यूसुफ तारीगामी ने इस पैकेज को ‘अपमान’ करार दिया और केंद्र पर राज्य की जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड करने का आरोप लगाया.

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