कोयले से बढ़ता बिजली उत्पादन जानलेवा

सन 2030 मे भारत में हर साल कोयला आधारित ताप बिजली संयंत्रों से होनेवाले उत्सर्जन की वजह से 1.86 लाख से लेकर 2.29 लाख लोग असमय मौत के शिकार बनेंगे. ... इसके अलावा, इस उत्सर्जन की वजह से दमा के मरीजों की संख्या बढ़कर 4.27 करोड़ तक हो जायेगी. यह दावा किया गया है कोल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2014 5:28 PM
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सन 2030 मे भारत में हर साल कोयला आधारित ताप बिजली संयंत्रों से होनेवाले उत्सर्जन की वजह से 1.86 लाख से लेकर 2.29 लाख लोग असमय मौत के शिकार बनेंगे.

इसके अलावा, इस उत्सर्जन की वजह से दमा के मरीजों की संख्या बढ़कर 4.27 करोड़ तक हो जायेगी. यह दावा किया गया है कोल किल्स की एक ताजा रिपोर्ट में, जिसे तैयार किया है कंजरवेशन एक्शन ट्रस्ट नामक गैर-लाभकारी संस्था और अरबन इमीशन नामक स्वतंत्र शोध समूह ने. ‘कोल किल्स’ रिपोर्ट में भारत में कोयले से बिजली उत्पादन में विस्तार की वजह से हो रहे वायु प्रदूषण और इसके स्वास्थ्य संबंधी दुष्प्रभावों का विस्तृत अध्ययन पेश किया गया है.

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