श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा की पार्टियों के साथ-साथ अलगाववादी संगठनों ने भी केंद्र सरकार के ऐसे किसी भी कदम का कडा विरोध किया है जिसके तहत पश्चिम पाकिस्तान से आकर बसे शरणार्थियों को राज्य के ‘‘स्थायी निवासी’’ का दर्जा और वोट देने का अधिकार दिए जाने की तैयारी है.नेशनल कांफ्रेंस ने तो यहां तक धमकी दी कि संसद की एक स्थायी समिति की सिफारिश के आधार पर केंद्र ने यदि ऐसा कोई कदम उठाया तो इसके विरोध में आंदोलन किया जाएगा.
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