मीडिया सेंसरशिप नामुमकिन : जेटली

नयी दिल्ली: केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि मौजूदा समय में सूचना पर सेंसरशिप नामुमकिन है लेकिन अगर समाचार संस्थानों के वित्तीय मॉडल उचित नहीं होंगे तो ‘पेड न्यूज’ जैसी बुराइयां सामने आ सकती हैं.जेटली ने कहा कि तकनीकी उन्नयन के साथ- साथ समाचार की परिभाषा और उपभोक्ता का व्यवहार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2015 5:56 PM
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नयी दिल्ली: केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि मौजूदा समय में सूचना पर सेंसरशिप नामुमकिन है लेकिन अगर समाचार संस्थानों के वित्तीय मॉडल उचित नहीं होंगे तो ‘पेड न्यूज’ जैसी बुराइयां सामने आ सकती हैं.जेटली ने कहा कि तकनीकी उन्नयन के साथ- साथ समाचार की परिभाषा और उपभोक्ता का व्यवहार भी बदल रहा है.

कैमरा इन दिनों जिस चीज को कैद नहीं कर पाता, वह मुश्किल से ही खबर बनती है.यहां एक समारोह में मीडिया पर अपने विचार रखते हुए जेटली ने कहा कि एक विचारणीय बात यह है कि सभी समाचार संगठनों के वित्तीय मॉडल उचित होने चाहिएं. अगर वित्तीय मॉडल उचित नहीं होंगे तो खामियां होंगी. और इन खामियों से गलत दिशा में जाने की बात सामने आएगी.

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