दिल्ली विधानसभा चुनाव : बढ़ी BJP की मुश्‍किलें, पार्टी विरोधी सुर तेज

नयी दिल्ली : पार्टी से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं का विरोध दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है. धीर सिंह बिधूडी ने ओखला से टिकट नहीं मिलने पर भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. उनका आरोप है कि बीजेपी ने उनके बजाए बीएसपी से आए ब्रह्म सिंह को टिकट दिया. धीर सिंह बिधूडी का आरोप है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2015 8:42 AM
an image

नयी दिल्ली : पार्टी से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं का विरोध दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है. धीर सिंह बिधूडी ने ओखला से टिकट नहीं मिलने पर भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. उनका आरोप है कि बीजेपी ने उनके बजाए बीएसपी से आए ब्रह्म सिंह को टिकट दिया. धीर सिंह बिधूडी का आरोप है कि बीजेपी में कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है.

वहीं दूसरी ओर विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष सतीश उपाध्‍याय को टिकट नहीं दियें जाने से नाराज पार्टी कार्यकर्ताओं ने कल कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा किया जिसके बाद उन्हें खुद इस बात पर सफाई देनी पड़ी. लगातार नारेबाजी और समर्थकोंकेजबरदस्‍त रोष के बीच उपाध्‍याय ने कहा कि चुनाव नहीं लड़ने का फैसला उनका खुद का है.

उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी ने दिल्‍ली में 70 विधानसभा सीट के लिए 62 उम्‍मीदवारों की लिस्‍ट जारी की है. इस लिस्‍ट में सतीश उपाध्‍याय का नाम नहीं शामिल किए जाने से कार्यकता काफी नाराज हैं. सूत्रों की मानें तो कार्यकताओं का गुस्‍सा पार्टी की ओर से अचानक उनके नेता को दरकिनार करके किरण बेदी का नाम मुख्‍यमंत्री पद की दावेदार के रूप में प्रोजेक्‍ट करने के कारण फूटा है.

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब भी किरण बेदी को सीएम पद का उम्मीदवार बनाये जाने से कई नेता और कार्यकर्ता पार्टी से नाराज हैं. सांसद और भोजपुरी गायक ने किरण को थानेदार बता दिया था जिसके बाद पार्टी ने उन्हें फटकार लगाई थी. यही नहीं पार्टी के वरिष्‍ठ नेता नेता जगदीश मुखी को भी किरण के नाम पर ऐतराज था लेकिन उनकी ओर से खुलकर कुछ नहीं कहा गया.

आरएससए के कार्यक्रम में संघ प्रमुख भी किरण बेदी को दिल्ली में भाजपा के चेहरे के तौर पर पेश करने के पक्ष में नहीं दिख रहे थे. अब पार्टी में इतनी फूट के बाद देखना है कि भाजपा अपने को दिल्ली में कैसे साबित कर सकती है. पार्टी अध्‍यक्ष ने पहले ही कह दिया है कि दिल्ली चुनाव उनके लिए एक कठिन परीक्षा है.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version