नयी दिल्ली : जलवायु परिवर्तन पर इस वर्ष पेरिस में होने वाले महत्वपूर्ण सम्मेलन के अध्यक्ष के रूप में फ्रांस कार्बन उत्सर्जन पर विभिन्न पक्षों के बीच दूरियों को पाटने के लिए ‘सहायक’ का काम करेगा.
फ्रांस के विदेश मंत्री लॉरेन फैबियस और पर्यावरण मंत्री सेगोलेने रोयाल की यात्रा से एक दिन पहले फ्रांस के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फ्रांस भारत और अन्य देशों से बातचीत करने तथा ‘ठोस’ परिणाम के लिए उन्हें ‘राजी’ करने पर विचार कर रहा है.
सूत्रों के मुताबिक, ‘फ्रांस कोप-21 (जलवायु सम्मेलन) का अध्यक्ष होगा और जो हमें विशिष्ट जिम्मेदारी देती है जो वास्तव में किसी पर दबाव बनाना नहीं है.
बल्कि यह विभिन्न पक्षकारों के बीच दूरियों को कम करने और उन्हें अंतिम परिणाम तक पहुंचने में मदद करना है.’ उनके मुताबिक, ‘विदेश मंत्री लॉरेन फैबियस की आधिकारिक यात्रा के दौरान इसे स्पष्ट किया जाएगा.
हम बतौर सहायक अपनी भूमिका निभाएंगे.’ आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस पृष्ठभूमि में यह बहुत महत्वपूर्ण है कि फ्रांस पहले ही ‘हरित जलवायु कोष’ को एक अरब डॉलर देने का वादा कर चुका है.
Agni Prime Missile : पहली बार रेल लॉन्चर से परीक्षण, मिसाइल भेद सकती है 2,000 किलोमीटर तक के टारगेट को
Watch Video: पानी में डूबे घर, टूटी सड़कें, उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही का नया वीडियो आया सामने
Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड में कुदरत का कहर, अब तक 4 की मौत, सीएम धामी ने नुकसान का लिया जायजा
Heavy Rain Warning: अगले 3 से 4 घंटों के दौरान हिमाचल में भयंकर बारिश की संभावना, IMD अलर्ट जारी