कमलनाथ ने कहा कि अब पार्टी का पूरा कार्यभार राहुल गांधी को सौंप को देना चाहिए, ताकि वो फैसले लेने में स्वतंत्र हो सकें. राहुल खेमे के वरिष्ठ समर्थक कमलनाथ ने बताया कि वे जब भी किसी काम को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास जाते हैं तो सोनिया इसे राहुल गांधी से चर्चा करने के लिए कहती हैं और अगर वे सीधा राहुल गांधी के पास जाते हैं तो वे सोनिया गांधी से मिलने की बात कहते हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि पार्टी के सामने ना तो सोनिया ही नजर आती हैं और ना ही राहुल.
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