22 साल की नौकरी में उनका 44वां ट्रांसफर किया गया है. यानी एक पद पर खेमका का कार्यकाल छह महीने से अधिक लंबा नहीं रहता है. तो ऐसे में सहज ही सवाल उठता कि क्या सरकारें अशोक खेमका की कार्यप्रणाली से डरती हैं?
संबंधित खबर
और खबरें
22 साल की नौकरी में उनका 44वां ट्रांसफर किया गया है. यानी एक पद पर खेमका का कार्यकाल छह महीने से अधिक लंबा नहीं रहता है. तो ऐसे में सहज ही सवाल उठता कि क्या सरकारें अशोक खेमका की कार्यप्रणाली से डरती हैं?