बेंगलुरू : जिस उम्र में लोग अपने जीवन से ऊब जाते है और शरीर अशक्त हो जाता है, उम्र के इस दहलीज में आकर 102 वर्ष की वृद्ध महिला ने ना केवल सिर्फ चुनाव जीता, बल्कि अपने गांव को आदर्श गांव बनाने का संकल्प भी लिया है.
संबंधित खबर
और खबरें
बेंगलुरू : जिस उम्र में लोग अपने जीवन से ऊब जाते है और शरीर अशक्त हो जाता है, उम्र के इस दहलीज में आकर 102 वर्ष की वृद्ध महिला ने ना केवल सिर्फ चुनाव जीता, बल्कि अपने गांव को आदर्श गांव बनाने का संकल्प भी लिया है.