बुधवार को अदालत में दायर अपने आवेदन में तोमर ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कानून के तहत निर्धारित प्रक्रिया का उल्लंघन कर उन्हें गिरफ्तार किया है. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संजीव जैन ने तोमर की याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार करते हुए कहा कि गुरुवार को मामले की सुनवाई होगी. बार काउंसिल ऑफ दिल्ली (बीसीडी) ने तोमर के खिलाफ बतौर वकील अपने पंजीकरण के लिए शैक्षणिक डिग्रियों समेत दस्तावेजों में कथित रूप से फर्जीवाड़े की शिकायत दर्ज करायी थी.
इस शिकायत के आधार पर दर्ज प्राथमिकी पर दिल्ली पुलिस ने तोमर (49) को गिरफ्तार किया. उसके बाद मजिस्ट्रेट की एक अदालत ने चार दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया था. पुलिस ने यह कहते हुए उनकी हिरासत मांगी थी कि कानून की डिग्री से संबधित शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी हैं और उनकी शैक्षणिक योग्यता का पता लगाने के लिए उन्हें उत्तर प्रदेश के फैजाबाद व बिहार के भागलपुर ले जाने की जरूरत है.
‘आप’ नेता जितेंद्र सिंह तोमर के कथित फर्जी डिग्री मामले में पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कहीं इसके पीछे कोई संगठित गिरोह तो नहीं है. हमारी टीम अभी फैजाबाद पहुंची है. वहां हमारे जांच अधिकारी साक्ष्य जुटाने के लिए तोमर की मदद लेंगे. मौके पर जो भी अनुमोदन जरूरी होगा, किया जायेगा.
बीएस बस्सी, आयुक्त, दिल्ली पुलिस
‘मेरी डिग्री पूरी तरह असली है. यह भाजपा का और केंद्र सरकार का षड्यंत्र है. वे लोग आम आदमी पार्टी की सरकार को काम नहीं करने दे रहे हैं. मेरी डिग्री में कुछ भी गलत नहीं है.
जितेंद्र सिंह तोमर, ‘आप’ नेता