ललित मोदी प्रकरण : मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया को मिला शिवसेना का साथ

नयी दिल्ली : ललित मोदी से मुलाकात मामले में मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया को शिवसेना का साथ मिल गया है. शिवसेना का मानना है कि इस मामले को बेवजह ही बड़ा बनाया जा रहा है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में इस मामले को लेकर आज संपादकीय छापा है जिसमें कहा गया है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 24, 2015 11:11 AM
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नयी दिल्ली : ललित मोदी से मुलाकात मामले में मुंबई पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया को शिवसेना का साथ मिल गया है. शिवसेना का मानना है कि इस मामले को बेवजह ही बड़ा बनाया जा रहा है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में इस मामले को लेकर आज संपादकीय छापा है जिसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार को इस मामले में उनका साथ देना चाहिए समझ नहीं आ रहा कि केंद्र सरकार इस मसले पर मारिया का साथ क्यूं नहीं दे रही है? शिवसेना ने लिखा है कि मारिया का करियर में बेहतरीन ट्रैक रिकॉर्ड रहा है. उनपर ऊंगली नहीं उठाई जा सकती है.

मारिया की सराहना करते हुए शिवसेना ने कहा कि मारिया वह व्यक्ति हैं जिन्होंने शहर को आतंकवादियों के लिए सहज निशाना नहीं बनने दिया और मुंबई में गैंगवार एवं गुंडागर्दी खत्म करने का श्रेय उनको दिया जाना चाहिए. उसने नवंबर, 2008 के मुंबई हमले के दौरान और जांच में मारिया की भूमिका की भी तारीफ की.

शिवसेना ने कहा कि इन सब चीजों को देखते हुए अगर ललित मोदी से मुलकात को लेकर मारिया पर कटाक्ष किया जाएगा तो इसका मतलब तिल का ताड बनाना होगा. भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सुषमा स्वराज और वसुंधरा के पीछे मजबूती के साथ खडी हुई है तथा वे अपने पद पर बने रहेंगे. तो फिर मारिया जैसे बहादुर अधिकारी के लिए यही न्याय क्यों नहीं. उसने कहा राजनीति में सारे पाप माफ कर दिए जाते हैं. और अधिकारियों को बिना उचित जांच के बलि का बकरा बना दिया जाता है जिसका राज्य पर विपरीत असर होता है. हम सिर्फ यही कह सकते हैं कि ललित मोदी मुद्दे में हम जितना हाथ डालेंगे वह उतना बडा होता चला जाएगा.

विरोधियों पर हमला

मुखपत्र सामना के माध्‍यम से शि‍वसेना ने विरोधियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई है. सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि ललित मोदी ने आईपीएल में चाहे जो भी किया हो उसपर विवाद होना लाजमी है. मारिया ने ललित मोदी से मुलाकात के मामले में तत्कालीन गृह मंत्री को सूचना दी थी. विरोधी बिना किसी सबूत के उनपर आरोप लगा रहे हैं.

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने रिपोर्ट सीएम को सौंपी

इधर, महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पी बक्शी ने सीएम देवेन्द्र फडणवीस को रिपोर्ट सौंपी है जो मुंबई के पुलिस प्रमुख राकेश मारिया की आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के साथ हुई मुलाकात पर आ धारित है. आपको बता दें कि शनिवार को एक समाचार चैनल ने एक फोटो प्रसारित करने के बाद मामले ने तूल पकड़ा था जिसके बाद मारिया पर ऊंगली उठी थी हालांकि मुंबई पुलिस प्रमुख ने एक बयान जारी कर कहा था कि पिछले साल उन्होंने लंदन में ललित मोदी के वकील के आग्रह पर पूर्व आईपीएल कमिश्नर से मुलाकात की थी. गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार शाम को बताया कि एसीएस (गृह) के पी बक्शी ने अभी अपनी रिपोर्ट देवेन्द्र फडणवीस को दी है. रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद मुख्यमंत्री को निर्णय लेने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. अधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि मारिया के इस्तीफे अथवा स्थानांतरण की खबरें पूरी तरह बेबुनियाद हैं.

मुंबई पुलिस को समय-समय पर मिलता है शिवसेना का साथ

मुंबई पुलिस को शिवसेना का हमेशा साथ मिलता रहता है. शिवसेना ने पिछले महीने ही एक मॉडल के द्वारा वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुनील पारस्कार पर दुष्‍कर्म का आरोप लगने पर उनका साथ दिया था. मॉडल ने कथित तौर पर आईपीएस पर दुष्‍कर्म करने के आरोप लगाया था जिसके बाद शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा था कि पुरुषों पर बलात्कार का आरोप लगाना आज फैशन बन गया है. रसूखदार सोसायटी में प्रचार के लिए पुरुषों पर छेड़छाड़ और बलात्कार के आरोप बढ़ रहे हैं. शिवसेना ने कहा था कि पारस्कार ने पुलिस बल में इतने साल सेवाएं दीं और अब एक मॉडल ने डीआईजी सुनील पारस्कर पर बलात्कार का आरोप लगा दिया. वह रातों-रात खलनायक बन गए.

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